सार
CJI एनवी रमना ने कहा कि यह जानकर अच्छा लगा कि लगभग दो साल के अंतराल के बाद तीर्थयात्रियों के लिए सर्व दर्शन फिर से शुरू हो गया है। उन्होंने कहा- मैंने श्री वेंकटेश्वर स्वामी से दुनिया को बचाने के लिए प्रार्थना की कि भविष्य में कोविड (Covid 19) जैसी बीमारियां फिर कभी न हों।
तिरुमाला। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस एनवी रमना (NV ramana) ने रविवार सुबह तिरुमाला मंदिर (Tirumala mandir) में अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना की। इससे पहले महाद्वारम पहुंचने पर उनका पारंपरिक इस्तिकाफल से स्वागत किया गया। तिरुमाला देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी, ईओ डॉ केएस जवाहर रेड्डी, अतिरिक्त ईओ एवी धर्म रेड्डी ने उनका स्वागत किया।
दर्शन के बाद उन्हें अंजनाद्री - हनुमान जन्मस्थलम पर हाल ही में जारी पुस्तक के साथ-साथ तीर्थ प्रसादम की प्रस्तुति के बाद वेदसेरवाचनम की पेशकश की गई थी।
दो साल बाद दर्शन शुरू हुए, जानकर अच्छा लगा
इस दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए CJI ने कहा कि यह जानकर अच्छा लगा कि लगभग दो साल के अंतराल के बाद तीर्थयात्रियों के लिए सर्व दर्शन फिर से शुरू हो गया है। उन्होंने कहा- मैंने श्री वेंकटेश्वर स्वामी से दुनिया को बचाने के लिए प्रार्थना की कि भविष्य में कोविड (Covid 19) जैसी बीमारियां फिर कभी न हों। सीजेआई ने स्वच्छता के साथ-साथ तिरुमाला परिवेश के सौंदर्यीकरण सहित बोर्ड द्वारा हाल ही में की गई पहल की भी सराहना की। उन्होंने बेदी अंजनेय स्वामी के भी दर्शन किए और अपने परिवार के साथ अखिलंदम में भी पूजा-अर्चना की। इस मौके पर स्थानीय विधायक बी करुणाकर रेड्डी, सीवीएसओ श्री गोपीनाथ जट्टी, डीईओ श्री हरिंद्रनाथ, श्री लोकनाथम, वीजीओ बाली रेड्डी और अन्य भी उपस्थित थे।
11 साल की बच्ची के रेप और मर्डर के दोषी की फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की रोक, मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन के आदेश
तिरुमाला आते रहते हैं सीजेआई
सीजेआई रमना भगवान श्री वेंकटेश्वर के भक्त हैं। 2021 में मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे सीजेआई एक न्यूज चैनल से कहा था कि कि उनके जीवन में कई चमत्कार हुए हैं और भगवान वेंकटेश्वर के आशीर्वाद ने उन्हें देश के सर्वोच्च न्यायिक कार्यालय तक पहुंचाया है। सीजेआई ने कहा कि भगवान के आशीर्वाद से वह भारतीय न्यायपालिका का झंडा ऊंचा रखने के लिए काम करेंगे।
हिजाब मामला : कपिल सिब्बल ने SC में की अर्जेंट हियरिंग की मांग, सीजेआई बोले - पहले हाईकोर्ट का फैसला आने दें