सार

दिल्ली में आज से 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खुल गए हैं। एक छात्र ने बताया, स्कूल आकर बहुत अच्छा लग रहा है, ऑनलाइन में वो पढ़ाई नहीं हो पाती जो शिक्षकों के मार्गदर्शन में होती थी। बच्चों ने विक्ट्री साइन दिखाकर स्कूल आने पर खुशी जाहिर की। सीएम केजरीवाल ने कहा था कि 10वीं और 12वीं के बच्चे कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल आ सकते हैं। हालांकि बच्चों को स्कूल भेजना है या नहीं यह फैसला वैकल्पिक है। यानी अगर कोई अभिभावन बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहता है तो कोई दिक्कत नहीं है।

नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में आज से 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खुल गए हैं। एक छात्र ने बताया, स्कूल आकर बहुत अच्छा लग रहा है, ऑनलाइन में वो पढ़ाई नहीं हो पाती जो शिक्षकों के मार्गदर्शन में होती थी। बच्चों ने विक्ट्री साइन दिखाकर स्कूल आने पर खुशी जाहिर की। सीएम केजरीवाल ने कहा था कि 10वीं और 12वीं के बच्चे कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल आ सकते हैं। हालांकि बच्चों को स्कूल भेजना है या नहीं यह फैसला वैकल्पिक है। यानी अगर कोई अभिभावन बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहता है तो कोई दिक्कत नहीं है। 

 

केंद्र सरकार की अनलॉक 5 की गाइडलाइन के मुताबिक स्कूल खुलने पर सभी नियमों का पालन करना होगा। बता दें कि मार्च 2020 से कोविड -19 महामारी के बाद स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे।

 

स्कूल खोलने के दौरान इन नियमों का पालन करना होगा

1) जो स्कूल कंटेनमेंट जोने से बाहर हैं सिर्फ वही स्कूल खोले जा सकते हैं।
2) अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही बच्चे स्कूल आएंगे।
3) स्कूलों में सैनिटाइजर, फॉगिंग मशीन, थर्मल स्कैनर लगाना जरूरी है।
4) कक्षाएं 6 घंटे से कम करके सिर्फ दो घंटे की रहेंगी। 
5) शुरुआत में 10वीं और 12वीं के बच्चों की कुल संख्या 50 से ज्यादा नहीं होगी। 
6) प्रयोगशालाओं में कम से कम तीन स्टाफ के साथ एक बार में केवल 10 छात्रों को अनुमति दी जाएगी। 
7) तापमान जांचने के लिए वॉलिंटियर तैनात किए जाएंगे जो यह सुनिश्चित करेगा कि सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन हो।
7) किसी भी स्थिति के लिए स्कूलों में मेडिकल सुविधाएं स्टैंडबाय पर रहेंगी। 
8) स्कूल में विभिन्य कार्यक्रमों के जरिए कोविड -19 दिशानिर्देशों को बच्चों को समझाया जाएगा। इसमें स्कूलों में पोस्टर लगाना भी शामिल है।