सार
कांग्रेस मध्यप्रदेश, गुजरात समेत चार राज्यों में जल्द बड़ा बदलाव करेगी। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के साथ बैठक की थी। इसमें यह फैसला हुआ है कि पार्टी तेलंगाना, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर बदलाव करेगी।
नई दिल्ली. कांग्रेस मध्यप्रदेश, गुजरात समेत चार राज्यों में जल्द बड़ा बदलाव करेगी। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के साथ बैठक की थी। इसमें यह फैसला हुआ है कि पार्टी तेलंगाना, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर बदलाव करेगी।
हाल ही में तेलंगाना के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी ने हैदराबाद स्थानीय चुनावों में हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं, गुजरात में उप चुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा ने भी पद छोड़ दिया है। ऐसे में इन चारों राज्यों को नए अध्यक्ष के साथ नई टीम मिल सकती है।
कमलनाथ ने बागियों को एक साथ लाने में निभाई अहम भूमिका
उधर, मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी नेतृत्व और 23 बागियों के बीच बैठक कराने में अहम भूमिका निभाई। इस बैठक में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम समेत तमाम बड़े नेता शामिल हुए थे। इस बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद थे।
5 घंटे चली थी बैठक
सोनिया गांधी ने शनिवार को कांग्रेस से नाराज चल रहे नेताओं के साथ बैठक की थी। यह बैठक 5 साल चली थी। नाराज नेता लगातार पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। इसी बीच बैठक में राहुल ने कहा था, पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे उठाने के लिए वे तैयार हैं।
कांग्रेस नेता पवन बंसल ने बैठक के बाद बताया कि राहुल गांधी ने कहा, पार्टी जो जिम्मेदारी देगी। उसे उठाने के लिए तैयार हूं। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने यह भी माना कि पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूत करने के लिए बेहतर संचार की आवश्यकता थी। वहीं, प्रियंका गांधी ने संगठन के पुनर्निर्माण और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा, पार्टी में बेहतर आंतरिक संचार की जरूरत है।