सार

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा है। अब तक इससे 27 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी वैज्ञानिकों का एक दावा भारत के लिए राहत भरी खबर ला सकता है। 

नई दिल्ली. पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा है। अब तक इससे 27 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी वैज्ञानिकों का एक दावा भारत के लिए राहत भरी खबर ला सकता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि गर्मियों में कोरोना महामारी का असर कम हो सकता है। 

अमेरिका के कुछ वैज्ञानिकों ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में रिसर्च की। वैज्ञानिकों का कहना है कि जिन देशों में जनवरी, फरवरी और मार्च में तापमान 18 डिग्री से ज्यादा रहा और आद्रता भी अधिक रही, वहां कुल केसों के 6% से भी कम मामले सामने आए हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों का मानना है कि एशिया के देशों में मानसून के आने के बाद कोरोना का संक्रमण कम हो सकता है।

कम तापमान वाले देशों में 90% केस सामने आए
इस रिसर्च को देशों के तापमान और वहां पाए गए संक्रमण के केसों के आधार पर किया गया। रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक कासिम बुखारी और युसुफ जमील के मुताबिक, रिजल्ट में यह बात सामने आई है कि 22 मार्च तक उन देशों में कुल मामलों में 90% केस उन देशों से सामने आए हैं, जहां तापमान 3% से 17% तक रहा है। वहीं, आद्रता 4-9g/m3 रही। 

पांच देश जहां तापमान ज्यादा है, वहां क्या है हाल?
 

देशतापमान केसमौतें
सूडान52  31
ओमान501090
इराक    4838236
सऊदी अरब5010123
मलेशिया30203124


जिन देशों में पड़ रही ठंड, वहां कैसा है कोरोना का तांडव 
 

देशतापमान केसमौतें
इटली14864989134
स्पेन4657195138
ईरान 1532,3322,378
अमेरिका12104,2051,701
चीन    1381,3943,295


 WHO का क्या है कहना?
कोरोना के कहर को देखते हुए डॉक्टरों का मानना रहा है कि शायद गर्मी पड़ने से संक्रमण कम हो जाए। लेकिन WHO ने इस दावे से इंकार कर दिया है। वहीं, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का कहना है कि अभी इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता।