सार

कोरोना महामारी की वजह से बदरीनाथ धाम और केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तारीख में बदलाव किया गया है। अब बद्रीनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 15 मई को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे।  

नई दिल्ली. कोरोना महामारी की वजह से बदरीनाथ धाम और केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तारीख में बदलाव किया गया है। अब बद्रीनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 15 मई को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 14 मई को सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर खुलेंगे।  इतिहास में यह पहली बार है जब कपाट खुलने की तारीख बदली है।

क्यों बदली तारीख?

केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख कोरोना महामारी की वजह से बदली गई है। इसके अलावा, केदारनाथ के रावल महाराष्ट्र और बद्रीनाथ के रावल केरल में फंसे थे। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग रविवार सुबह ऊखीमठ पहुंचे। बद्रीनाथ के रावल भी सोमवार को उत्तराखंड लौटने वाले हैं। लेकिन नियमों के मुताबिक उन्हें 14 दिन क्वारैंटाइन किया जाना है। जिसके चलते तय तारीख पर कपाट नहीं खोले जा सकते हैं।

पहले 30 अप्रैल को खुलने वाले थे कपाट

पहले बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख 30 अप्रैल थी। वहीं केदरानाथ मंदिर के कपाट खुलने की तारीख 29 अप्रैल थी, लेकिन कोरोना की वजह से इन तारीखों में बदलाव किया गया। 

गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट तय तारीख को ही खुलेंगे

दो धाम गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गंगोत्री धाम 26 अप्रैल को दिन में 12 बजकर 35 मिनट और यमुनोत्री धाम के कपाट दिन में 12 बजकर 41 मिनट पर खोले जाएंगे। महाराजा टिहरी मनुजयेंद्र शाह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात के बाद बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तारीख में बदलाव करने की घोषणा की।

देश में कोरोना के 17,265 केस

देश में कोरोना के 17,265 मामले सामने आ चुके हैं। 2546 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया, कल से 1553 नए मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे में 36 मौत भी दर्ज की गई हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला ने कहा, कुछ हॉटस्पॉट्स में कोरोना की स्थिति बिगड़ रही है या बिगड़ती जा रही है। इन प्रभावी जगहों की स्थिति का ऑन द स्पॉट आंकलन करने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत गृह मंत्रालय ने 6 इंटर मिनीस्टीरियल सेंट्रल टीमों का गठन किया है।