सार
डॉ मोहन सिंह ने घर में एक अच्छी शुरुवात की है जिसमें काफी संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे है। बता दें कि बुराड़ी में के इस घर में सामूहिक आत्महत्या के दौरान एक ही परिवार के 11 लोगों ने जान दे दी। घटना को करीब डेढ़ साल बीत गए हैं।
नई दिल्ली. देश में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे दिल्ली के बुराड़ी में हुए सामूहिक आत्मदाह कांड में एक नया अपडेट सामने आया है। बुराड़ी के उस हॉरर हाउस को अब किराएदार तो मिल ही गए हैं। अब इस घर को डॉ मोहन सिंह नाम के व्यक्ति ने किराए पर ले लिया है जिसके बाद ये भूतिया घर एक डायग्नोस्टिक सेंटर बन गया है।
डॉ मोहन सिंह ने घर में एक अच्छी शुरुवात की है जिसमें काफी संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे है। बता दें कि बुराड़ी में के इस घर में सामूहिक आत्महत्या के दौरान एक ही परिवार के 11 लोगों ने जान दे दी। घटना को करीब डेढ़ साल बीत गए हैं।
डॉक्टर ने कहा अंधविश्वास नहीं मानता-
डॉ ने बताया कि वो भूत-प्रेत जैसी किसी भी चीज पर विश्वास नहीं करते। ऐसा होता तो वो इसी घर में डायग्नोस्टिक सेंटर नहीं खोल पाते। जहां तक मैं देख रहा हूं लोग भी अगर ये सब सोचते तो मरीज इलाज कराने के लिए यहां नहीं आते।
डॉक्टर ने पहले ही करवा दिया हवन-पूजन
घर में शिफ्ट होने आए डॉ मोहन का यूं तो कहना है कि वह अंधविश्वास को नहीं मानते लेकिन घर में शिफ्ट होने से पहले उन्होंने पूजा-पाठ और हवन करावाया था। वहीं इस पूरे मामले में पड़ोसी रवींद्र ने भी डेढ़ साल पहले हुई सामूहिक आत्महत्या की घटना पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि यहां अब सब ठीक-ठाक है, वो लोग अच्छे लोग थे। मोहल्ले में कभी किसी को कोई परेशानी नहीं हुई। उनकी आत्माए मारने के बाद स्वर्ग गई होंगी।
क्या है बुराड़ी का पूरा मामला
आपको बता दें कि साल 2018 में 1 जुलाई को दिल्ली के बुराड़ी नगर में एक भरे-पूरे परिवार ने घर में सामूहिक आत्महत्या कर ली थी। ये सभी लोग तंत्र-मंत्र में विश्वास करते थे। ये मामला उस समय काफी चर्चा में रहा। एक ही घर में 11 लोगों की लाशें मिलना भयावह था। घर के 10 लोगों ने फांसी लगाई थी और 77 साल की बुजुर्ग महिला का शव बेड पर मिला था।