सार
जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) की सुरक्षा के चलते 300 से अधिक इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ है। 207 ट्रेनें 8-11 सितंबर तक नहीं चलेंगी।
नई दिल्ली। दिल्ली में 9-10 सितंबर तक जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) होने जा रहा है। इसके लिए अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। शिखर सम्मेलन के चलते बसों और ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित होगा। 300 से अधिक इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों को परिचालन सम्मेलन के चलते बाधित होगा। इनमें से कई को दो दिन के लिए बंद किए जाएंगे तो कई के रूट बदले जाएंगे।
उत्तर रेलवे ने 300 से अधिक ट्रेनों की सूची जारी की है, जिनकी सेवाएं 9-10 सितंबर को जी20 सम्मेलन के कारण प्रभावित होंगी। रेलवे ने बयान जारी कर कहा है कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए जारी सलाह को ध्यान में रखते हुए इन ट्रेनों को 8 से 11 सितंबर के बीच या तो रद्द कर दिया गया है या अस्थायी रूप से अन्य मार्गों या स्टेशनों पर डायवर्ट किया गया है।
नहीं चलेंगी 207 ट्रेनें
उत्तर रेलवे ने बताया है कि 8-11 सितंबर तक दिल्ली में 207 इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं चलेंगी। 15 ट्रेनों के टर्मिनल बदले गए हैं। छह ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए जम्मू तवी-नई दिल्ली राजधानी, तेजस राजधानी हजरत निजामुद्दीन, वाराणसी-नई दिल्ली तेजस राजधानी सहित 70 ट्रेनों को अतिरिक्त स्टॉपेज स्टेशन दिए गए हैं।
36 ट्रेनों के बदले गए स्टेशन
जी20 सम्मेलन को देखते हुए 36 ट्रेनों के खुलने और उनके आखिरी स्टेशनों को बदला गया है। तीन ट्रेनें शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली के किशनगंज में नहीं रुकेंगी। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि जिन लोगों ने इन दिनों के दौरान अपनी यात्रा की योजना बनाई है उन्हें किसी भी असुविधा से बचने के लिए ट्रेन के समय और मार्गों की जांच करने की सलाह दी जाती है।
गौरतलब है कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली में बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। सम्मेलन के दौरान 1.3 लाख जवानों को तैनात किया जाएगा। इंडियन एयर फोर्स द्वारा एंटी ड्रोन सिस्टम और एयर डिफेंस सिस्टम लगाए जाएंगे। दिल्ली सरकार ने सम्मेलन के दौरान स्कूल, कॉलेज और ऑफिस बंद करने का आदेश दिया है ताकि लोगों को परेशानी नहीं हो।