सार
व्हाइट हाउस ने बताया कि द्विपक्षीय वार्ता में दोनों नेता यूक्रेन-रूस वार के अलावा विभिन्न ग्लोबल चैलेंजस पर बातचीत करेंगे।
G20 Summit: अमेरिकन राष्ट्रपति जो बिडेन जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आ रहे हैं। प्रेसिडेंट बिडेन 7 सितंबर को इंडिया पहुंच जाएंगे। वह 9-10 सितंबर को होने वाले सम्मेलन में भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन के पहले बिडेन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। व्हाइट हाउस ने बताया कि द्विपक्षीय वार्ता में दोनों नेता यूक्रेन-रूस वार के अलावा विभिन्न ग्लोबल चैलेंजस पर बातचीत करेंगे।
दिल्ली के ITC मौर्या होटल में रुकेंगे
प्रेसिडेंट जो बिडेन, भारत में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने की पुष्टि करने वाले पहले नेताओं में शुमार हैं। 7 सितंबर को नई दिल्ली पहुंचने के बाद वह दिल्ली के आईटीसी मौर्या होटल में ठहरेंगे। बिडेन की सुरक्षा की कमान अमेरिकी सर्विस ने पहले ही ले ली है। वह उनके आने के तीन दिन पहले ही भारत पहुंच जाएगी। प्रेसिडेंट बिडेन की सुरक्षा की कमान सीक्रेट सर्विस के 300 कमांडो संभालेंगे। इसके अलावा भारत की सुरक्षा एजेंसियां भी सिक्योरिटी लेयर्स बनाए रखेंगी।
8-10 सितंबर तक दिल्ली में ग्लोबल लीडर्स का जुटान
दिल्ली में 8 से 10 सितंबर तक जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन भारत की मेजबानी में किया गया है। सम्मेलन में दुनिया के ग्लोबल लीडर्स पहुंच रहे हैं। इन लीडर्स की सुरक्षा को लेकर भी खासा इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 1.3 लाख सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाना है।
कई लेयर्स की सुरक्षा
दिल्ली पुलिस को पूरे एरिया की सुरक्षा में लगाया गया है। दिल्ली पुलिस की आधी संख्या को यहां तैनात किया जाएगा। जबकि विदेशी मेहमानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को सौंपी गई है। वहीं, राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा की कमान एनएसजी कमांडोज करेंगे। प्रगति मैदान, जहां मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त रणवीर सिंह कृष्णैया की टीम करेगी। हवा में भारतीय वायुसेना का डिफेंस सिस्टम निगहबानी करेगा ताकि सुरक्षा में कोई खामी न दिखे। एयर डिफेंस सिस्टम के अलावा एंटी-ड्रोन सिस्टम से भी निगहबानी होगी। 400 से अधिक फायर ब्रिगेड, कार्यक्रम स्थल के आसपास अलर्ट मोड में रहेंगे। जिस होटल में विदेशी मेहमान ठहरेंगे, उन होटल्स में एक कंट्रोल रूम भी स्थापित होगा। इसकी कमान डीसीपी रैंक के अधिकारी के पास होगी।
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