सार

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं हो रहा। दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर श्रेणी में पहुंच गईं है। जिसके कारण आम लोगों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। 

नई दिल्ली. दिल्ली की वायु गुणवत्ता कुछ दिन बेहतर रहने के बाद मंगलवार सुबह एक बार फिर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई। बवाना, वजीरपुर, आनंद विहार और रोहिणी में सुबह नौ बजकर 36 मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) क्रमश: 445, 442 , 442 और 440 रहा। सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी सेवा ‘सफर’ के अनुसार शहर की वायु गुणवत्ता सोमवार को ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में थी जो शाम को ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई। जबकि रविवार को एक्यूआई 360 रहा था।

बढ़ गई ठंड 

वहीं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के नोएडा में एक्यूआई 436 जबकि गाजियाबाद में एक्यूआई 445 दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद में एक्यूआई क्रमश: 436, 365 और 404 रहा। सोमवार को अधिकतर 37 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन ने उसे (वायु गुणवत्ता को) ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा था। गौरतलब है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर एवं आपात’ माना जाता है। सर्दियों के आगाज के साथ ही, न्यूनतम तापमान में गिरावट से हवा में ठंडक बढ़ गई है और भारीपन आ गया है जिससे प्रदूषक तत्व जमीन के निकट जमा हो रहे हैं।

 

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)