सार

दिल्ली दंगे से जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस की हाल ही में दाखिल की गई एडिशनल चार्जशीट में कई और बड़े लोगों के नाम का खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में सीताराम येचुरी, योगेंद्र यादव, जयति घोष, अपूर्वानंद और राहुल रॉय के नाम शामिल किए गए।

नई दिल्ली. दिल्ली दंगे (Delhi violence) से जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस की हाल ही में दाखिल की गई एडिशनल चार्जशीट (Additional Charge sheet) में कई और बड़े लोगों के नाम का खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की चार्जशीट में सीताराम येचुरी (Sitaram yatuchri), योगेंद्र यादव (yogendra yadav), जयति घोष (jayati ghosh), अपूर्वानंद (Apoorvanand) और राहुल रॉय (Rahul Roy) के नाम शामिल किए गए। इन सभी को दिल्ली में इस साल हुए दिल्ली दंगों के मामले में सह-षडयंत्रकारी बनाया गया है। इन सभी पर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों से किसी भी चरम पर जाने और CAA के अलावा एनआरसी (NRC) को मुस्लिम विरोधी बताकर समुदाय में असंतोष फैलाने और भारत सरकार की छवि खराब करने के लिए प्रदर्शन आयोजित करने का आरोप लगाया गया है। 

कोर्ट में दाखिल की गई थी एडिशनल चार्जशीट

दिल्ली पुलिस ने सीपीआई (एम) (CPI) के महासचिव सीतारान येचुरी, स्वराज अभियान के नेता योगेद्र यादव, अर्थशास्त्री जयति घोष, दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के प्रोफेसर और कार्यकर्ता अपूर्वानंद और वृत्तचित्र फिल्म निर्माता राहुल रॉय को फरवरी के दिल्ली दंगों में सह-साजिशकर्ता के तौर पर कोर्ट में दाखिल की गई है और अपनी एडिशनल चार्जशीट में आरोपित किया गया है। अपने-अपने क्षेत्र के इन प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को तीन महिला छात्राओं, जिसमें पिंजरा तोड़ के सदस्य और जेएनयू (JNU) की छात्रा देवांगना कलिता और नताशा नरवाल (Natasha Narvaal), जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Milia Islamia) की गुलफिशा फातिमा के इकबालिया को बयान के आधार पर आरोपी बनाया गया है। 

पुलिस द्वारा दायर की गई एक सप्लीमेंट्री

दिल्ली दंगों के मामले में इन तीनों छात्राओं पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं, इसमें कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। 23-26 फरवरी के बीच नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के दंगों पर पुलिस द्वारा दायर की गई एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट में ये नाम सामने आए हैं, जिसमें 53 लोगों की मौत हो गई थी और 581 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 97 पीड़ितों को बंदूक की गोली के घाव भी लगे हैं। 

आप विधायक का नाम भी है शामिल 

चार्जशीट के मुताबिक बताया जा रहा है कि देवांगना कलिता ने अपने दिए बयान में कहा है कि उमर खालिद के कहने पर ही दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पिंजरा तोड़ के सदस्यों ने NRC और CAA के विरोध में प्रदर्शन किए। इन प्रदर्शनों में उमर खालिद की यूनाइटेड अगेंस्ट हेट ग्रुप और जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी भी पिंजरा तोड़ कर सदस्यों के साथ प्रदर्शन में शामिल थी।

चार्जशीट में किया गया था ये दावा

हाल ही में दाखिल की गई चार्जशीट में दावा किया गया है कि येचुरी और योगेंद्र यादव के अलावा, फातिमा के बयान में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर, यूनाइटेड अगेंस्ट हेट कार्यकर्ता उमर खालिद और मुस्लिम समुदाय के कुछ नेताओं जैसे पूर्व-विधायक मतीन अहमद (Mateen Ahmad), और विधायक अमानतुल्ला खान (Amaantulla khan) का उल्लेख है। चार्जशीट में येचुरी और योगेंद्र यादव के अलावा, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर, यूनाइटेड अगेंस्ट हेट ग्रुप कार्यकर्ता उमर खालिद और मुस्लिम समुदाय के कुछ नेताओं जैसे पूर्व-विधायक मतीन अहमद, और विधायक अमानतुल्ला खान का नाम भी शामिल है।

2 सदस्य छात्राओं के बयान को बनाया गया है चार्जशीट का हिस्सा  

दिल्ली पुलिस ने पिंजरा तोड़ की 2 सदस्य छात्राओं के उस बयान को अपनी चार्जशीट का हिस्सा बनाया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि जाफराबाद में चक्का जाम करने या फेल दिसंबर में दरियागंज में प्रदर्शन करने के लिए अपूर्वानंद राहुल रॉय और जयति घोष ने उन्हें किसी भी हद तक जाने को कहा। खबरों में बताया जा रहा है कि चार्जशीट में शामिल किए गए छात्राओं ने अपने बयान में कहा है कि उमर खालिद, चंद्रशेखर रावण, योगेंद्र यादव, सीताराम येचुरी, और वकील महमूद प्राचा ने इस भीड़ को भड़काने और लामबंद करने का काम किया।