सार
दिल्ली हिंसा को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर लगातार निशाना साधा जा रहा है। विपक्ष की पार्टियां कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल में सुभद्रा मुखर्जी ने भाजपा छोड़ दी।
नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर लगातार निशाना साधा जा रहा है। विपक्ष की पार्टियां कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल में सुभद्रा मुखर्जी ने भाजपा छोड़ दी। उन्होंने कहा, ऐसी पार्टी से दूरी बनाना पसंद करूंगी, जिसमें अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा जैसे लोग हैं।
कौन हैं सुभद्रा मुखर्जी?
मशहूर एक्ट्रेस सुभद्रा मुखर्जी ने साल 2013 में भाजपा ज्वॉइन की थी। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के काम से प्रभावित हुई थी, इसलिए पार्टी ज्वॉइन की थी। लेकिन पिछले कई सालों में मैंने गौर किया है कि कुछ चीजें ठीक नहीं हो रही हैं। लोगों को धर्म के आधार पर घृणा करना सिखाया जा रहा है।
बंगाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सौंपा इस्तीफा
एक्ट्रेस सुभद्रा मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलिप घोष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। एक्ट्रेस ने दिल्ली हिंसा पर कहा, कई लोग मार दिए गए। कई घरों में आग लगा दी गई। दंगों को लोगों ने बांट दिया है।
- उन्होंने कहा, अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा के भाषणों के खिलाफ पार्टी कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। दंगों ने मुझे पूरी तरह से हिला दिया है। मैं ऐसी पार्टी से दूर रहना ही पसंद करूंगी।
सीएए पर क्यों बोलीं सुभद्रा मुखर्जी?
सुभद्रा मुखर्जी ने सीएए पर कहा, पड़ोसी मुल्क में जो लोग प्रताड़ित हो रहे हैं, उन्हें नागरिकता देना अच्छा फैसला है। लेकिन उन्हें नागरिकता देने के नाम पर आप हर एक भारतीय की जान से क्यों खेल रहे हो। क्यों अचानक हमें अपनी नागरिकता साबित करने की जरूरत है। मैं इस कदम की निंदा करती हूं।