सार

महाराष्ट्र में सरकार गठन पर पेंज फंसा हुआ है। जहां एक तरफ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ आने के कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी सरकार बनाने की बात कर रही है। लेकिन सरकार बनाने का आंकड़ा किसी के पास नहीं है। 

नई दिल्ली. महाराष्ट्र में सरकार गठन पर पेंज फंसा हुआ है। जहां एक तरफ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ आने के कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी सरकार बनाने की बात कर रही है। लेकिन सरकार बनाने का आंकड़ा किसी के पास नहीं है। आज दादर स्थित भाजपा दफ्तर में बैठक हुई, जिसमें देवेंद्र फडणवीस, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े मौजूद थे। बैठक के बाद फडणवीस मुस्कुराते हुए बाहर आए और कहा कि सरकार भाजपा की ही बनेगी।

फडणवीस को क्यों है सरकार बनाने का भरोसा?

फडणवीस दो दिनों से लगातार कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में उनकी ही सरकार बनेगी। इसके पीछे बड़ी वजह है। दरअसल वजह है वह फॉर्मूला, जिसपर महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बन सकती है। 288 सीटों वाले राज्य में भाजपा के पास 105 सीटें हैं। फडणवीस नतीजों के बाद ही ये कह चुके हैं कि 15 निर्दलीय विधायक उनके संपर्क में हैं और भाजपा में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में भाजपा का आंकड़ा 120 पहुंच जाता है। बहुमत के लिए 145 विधायकों का समर्थन चाहिए। भाजपा बहुमत के आंकड़े से 25 सीटें दूर है। ऐसे में अगर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के 49 विधायक अगर इस्तीफा दे देते हैं तो भाजपा आसानी से सरकार बना लेगी। हालांकि, ऐसा होना काफी मुश्किल है। लेकिन जिस तरह से कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के 17 विधायकों के इस्तीफे के बाद भाजपा ने सरकार बना ली थी, उस तरह से यह नामुमकिन नहीं है। 

महाराष्ट्र
कुल सीटें-
288
बहुमत के लिए- 145

पार्टीसीट
भाजपा105
शिवसेना56
एनसीपी54
कांग्रेस44
अन्य29