सार
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। इसे मुद्दे पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा था। अब इस पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को समझना चाहिए कि सबसे ज्यादा टैक्स राजस्थान और महाराष्ट्र में है।
नई दिल्ली. पेट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। इसे मुद्दे पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा था। अब इस पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को समझना चाहिए कि सबसे ज्यादा टैक्स राजस्थान और महाराष्ट्र में है।
उन्होंने कहा, लॉकडाउन के दौरान केंद्र और राज्य दोनों की कमाई पर फर्क पड़ रहा है। केंद्र की ओर से बड़े स्तर पर नई नौकरियां बनाने में खर्च किया जा रहे हैं।
क्यों बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दाम
पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दामों में इजाफा हो रहा है। इसका असर आम आदमी पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा, कोरोना के चलते ईंधन का प्रोडक्शन और सप्लाई कम थी। लेकिन अब यह बढ़ रही है। उन्होंने कहा, हम लगातार अपील कर रहे हैं कि पेट्रोल डीजल को जीएसटी में शामिल करना चाहिए। इस पर जीएसटी काउंसिल फैसला लेगी।
सोनिया ने लिखी थी चिट्ठी
सोनिया गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें वापस लेने की मांग की है। सोनिया ने अपने पत्र में लिखा, जिस तरह जीडीपी 'गोता खा रही' है और ईंधन के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं, सरकार अपने आर्थिक नाकामियों का ठीकरा पिछली सरकारों पर फोड़ने में लगी है। उन्होंने लिखा, ईंधन के बढ़े दाम वापस लें और इसका लाभ हमारे मध्यम एवं वेतनभोगी वर्ग, किसानों, गरीबों तक पहुंचाएं।