सार

चीन और पाकिस्तान से विवाद के बीच भारतीय सेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। दरअसल, भारतीय सेना को जल्द 200 होवित्जर तोप मिलेंगी। खास  बात ये है कि यह तोप स्वदेशी है और इसकी रेंज 48 किमी है। खास बात ये है कि इसे दुनिया की सबसे बेहतरीन तोप कहा जा रहा है। 

नई दिल्ली. चीन और पाकिस्तान से विवाद के बीच भारतीय सेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। दरअसल, भारतीय सेना को जल्द 200 होवित्जर तोप मिलेंगी। खास  बात ये है कि यह तोप स्वदेशी है और इसकी रेंज 48 किमी है। खास बात ये है कि इसे दुनिया की सबसे बेहतरीन तोप कहा जा रहा है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने शनिवार को ओडिशा के बालासोर में  ATAGS होवित्जर तोप का सफल ट्रायल किया। 
 



किसने बनाई है ये तोप?
इस तोप को  DRDO की एडवांस टोड ऑर्टिलरी गन सिस्टम ने डेवलेप किया है। इन तोपों को प्राइवेट कंपनियों भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड ने बनाया है।
 

 



क्यों पड़ी भारतीय सेना को इसकी जरूरत?
भारतीय सेना को इस समय 1580 टोड तोपों के अलावा 150 ATAGS और 114 धनुष तोपों की जरूरत है। ऐसे में कुल मिलाकर सेना को 1800 तोपों की जरूरत है। वहीं, डीआरडीओ का कहना है कि ट्रायल में इस तोप ने जिस तरह से परफॉर्म किया है, उससे लगता है कि इन्हीं तोपों से सेना की जरूरत पूरी हो जाएगी। इसके अलावा अब विदेशों से भी तोपें मंगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।



क्या है इन तोपों में खास?

- इन तोपों को भारत की सबसे बड़ी ताकत मानी जाने वाली बोफोर्स समेत दुनिया की किसी भी तोप से बेहतर बताया जा रहा है। 
- तोप में इजरायल का गन सिस्टम ATHOS लगा है। 
- तोप की मारक क्षमता 48 किलोमीटर है। यह तोप इस मामले में सबसे आगे है। दुनिया में किसी तोप की रेंज इतनी नहीं है। युद्ध की स्थिति में यह तोप दुश्मन के हमलों से भी बच सकती है। बोफोर्स की मारक क्षमता 32 किमी है। 
- रेंज ज्यादा होने की वजह से भारत की यह तोप दुश्मन से 8 किमी दूर रह सकती है। 
- खास बात ये है कि पाकिस्तान और चीन के पास भी तकनीक के साथ मार करने वाली ऐसी तोप नहीं है। 
- यह तोप एक मिनट में पांच राउंड फायर कर सकती हैं। दूसरी तोपों से इतनी देर में सिर्फ तीन फायर हो सकते हैं। 
- यह बहुत भरोसेमंद और मजबूत है। इसे मेंटेनेंस की जरूरत भी नहीं पड़ती।
- यह तोप खुद से 25 किलोमीटर प्रति घंटा मूव कर सकती है। यह 52 कैलिबर राउंड्स लेगी, जबकि बोफोर्स की क्षमता 39 कैलिबर की है।