- Home
- National News
- OMG: मोबाइल App के जरिये दुर्लभ वन्य जीव थाइलैंड से तस्करी करके भारत लाए जा रहे थे, ऐसे पकड़े गए
OMG: मोबाइल App के जरिये दुर्लभ वन्य जीव थाइलैंड से तस्करी करके भारत लाए जा रहे थे, ऐसे पकड़े गए
- FB
- TW
- Linkdin
बेंगलुरु(Bengaluru). राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI), बेंगलुरु ने एक अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जो 'कल्कि' नाम के एक बड़े ऑपरेशन में मोबाइल ऐप के जरिए लुप्तप्राय वन्यजीव प्रजातियों की तस्करी करता था। राजस्व खुफिया निदेशालय (Directorate of Revenue Intelligence-DRI) ने कुछ दिन पहले बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सामान में 18 लुप्तप्राय जानवरों(endangered animals) की तस्करी करने के आरोप में एक महिला सहित सात यात्रियों को गिरफ्तार किया है। शुरुआत में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। डीआरआई ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उनसे पूछताछ के बाद चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग बैंकॉक से पहुंचे थे। आगे पढ़िए बाकी डिटेल्स..
बरामद किए गए जानवरों में यलो और ग्रीन एनाकोंडा, पीले सिर वाले अमेज़ॅन पैरट, नील मॉनिटर, रेड फुट कछुआ, इगुआनास, बॉल पाइथन, एलीगेटर गार, याकी बंदर, वील्ड गिरगिट, रैकून डॉग, व्हाइट हेडेड पायन आदि जैसी बेहद दुर्लभ और खतरे वाली प्रजातियां शामिल हैं। डीआरआई के मुताबिक बन्नेरघट्टा बायोलॉजिकल पार्क को सौंप दिया गया।
DRI ने अपने बयान में कहा गया, "आरोपियों के उनके चेक-इन किए गए सामान की जांच करने पर कर्नाटक वन विभाग के अधिकारियों की सहायता से 18 गैर-स्वदेशी जानवरों (चार प्राइमेट्स और 14 सरीसृप) की बरामदगी हुई।" वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में परिभाषित जंगली जानवरों, उनके अंगों और उत्पादों सहित का आयात प्रतिबंधित है।
वन विभाग के अधिकारियों और चेन्नई के एक अधिकारी की सहायता से क्विक फॉलोअप एक्शन के परिणामस्वरूप 48 विभिन्न प्रजातियों से संबंधित 139 अन्य जानवरों की बरामदगी हुई, जिनमें 34 सीआईटीईएस-सूचीबद्ध प्रजातियां शामिल हैं। डीआरआई ने कहा कि जिस फार्म हाउस से ये प्रजातियां मिलीं, उनका उपयोग तस्करी वाले वन्यजीवों के भंडारण के स्थान के रूप में किया जाता है।
अब विभाग इस फार्म हाउस से बरामद वन्य जीवों की तस्करी के स्रोत और व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लेनदेन का पता लगाया गया है।