सार

पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग(Election Commission) ने कड़े इंतजाम किए हैं। चुनाव आयोग ने बंगाल चुनाव को बिना किसी रुकावट और विघ्न के पूरा करने 500 आब्जर्वर नियुक्त किए हैं। वहीं, सभी सेक्टर के अधिकारियों की गाड़ियां जीपीएस सिस्टम से लैस होंगी।


कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक नजर बंगाल के चुनाव पर है। यहां, 2011 से ममता बनर्जी सत्ता पर काबिज हैं। उन्होंने 34 साल पुराने वामपंथ के किले को ढहाकर यहां अपना राज स्थापित किया था। इसे अब भाजपा ने कड़ी चुनौती दी है। यहां 8 चरणों में चुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने बंगाल चुनाव को बिना किसी रुकावट और विघ्न के पूरा करने 500 आब्जर्वर नियुक्त किए हैं। वहीं, सभी सेक्टर के अधिकारियों की गाड़ियां जीपीएस सिस्टम से लैस होंगी।

जानिए क्या खास
1984 बैच के रिटायर्ड IAS अधिकारी अजय वी नायक को बंगाल चुनाव के लिए स्पेशल जनरल आब्जर्वर नियुक्त किया गया है। वहीं, 1981 बैच के आंध्र प्रदेश कैडर के IPS विवेक दुबे के अलावा 1977 बैच के मणिपुर-त्रिपुरा कैडर के रिटायर्ड IPS अधिकारी मृणाल कांति दास को स्पेशल पुलिस आब्जर्वर नियुक्त किया गया है। 1983 बैच के रिटायर्ड IRS अधिकारी बी मुरली कुमार को विशेष व्यय प्रेक्षक (special expenditure observer) नियुक्त किया गया है।

मुख्य चुनाव अधिकारी(CEO) ने बताया कि कुछ जिलों से शिकायत मिली थीं कि मतदान के लिए ट्रेनिंग के दौरान कर्मचारियों को ठीक से भोजन नहीं मिल पा रहा है, इसलिए अब उनके खाते में 170 रुपए ट्रांसफर किए जा रहे हैं।

बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में  294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।