सार
भारी बारिश(Heavy rain) ने दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी तबाही मचाई है। बेशक बाढ़ का असर कम हुआ है, लेकिन नुकसान अभी भी देखने को मिल रहा है। इस बीच IMD ने फिर से कुछ राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
नई दिल्ली. आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में पिछले हफ्ते आई बाढ़ का असर अभी भी देखा जा रहा है। बेशक दक्षिण तटीय और रायसीमा जिलों में स्थिति सामान्य हो रही है, लेकिन जर्जर मकान जमींदोज होते जा रहे हैं। यह वीडियो आंध्र प्रदेश के नरसरावपेट में गुंजना नदी के तट पर बने एक मकान का है, जो बाढ़ के पानी में ढह गया। इस बीच आगे भी कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
तमिलनाडु में स्कूल-कॉलेज बंद
तमिलनाडु (Tamilnadu) के कई इलाकों के साथ चेन्नई में लगातार भारी बारिश ने हालात खराब कर रखे हैं। जगह-जगह पानी भरा होने से प्रशासन ने स्कूल और कॉलेज में छुट्टी घोषित कर दी है। चेन्नई के जिला कलेक्टर डॉ. विजयरानी के मुताबिक, घरों में पानी भरा होने से लोगों को ऊपरी मंजिलों पर शिफ्ट होने को कहा गया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन(MK Stali) बारिश प्रभावित इलाकों का लगातार दौरा कर रहे हैं। अकेले चेन्नई में करीब 700 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। शहर के 108 मोहल्लों की 392 सड़कें डूब गई हैं।
कम दबाव के क्षेत्र से भारी बारिश की चेतावनी
IMD के अनुसार ने 30 नवंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। यह इसके बाद के 48 घंटों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि ओडिशा में 2 दिसंबर से 5 दिसंबर तक बारिश होने की संभावना है।
IMD ने इन राज्यों के लिए जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिणी राजस्थान में 30 नवंबर की रात से तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू होने की चेतावनी दी है। ऐसा मौसम 2 दिसंबर तक चलेगा। 2 दिसंबर को भारी बारिश संभावित है। 30 नवंबर की रात से पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी, उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत में बारिश के आसार हैं। इसके अलावा पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के साथ जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और उत्तरी कोंकण में 1-2 दिसंबर को भारी बारिश की संभावना है।
IMD, अहमदाबाद में क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा मोहंती ने 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक मछुआरों को उत्तर और दक्षिण गुजरात तट पर नहीं जाने को कहा है। यहां 30 नवंबर से बारिश हो सकती है, यह पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) को सक्रिय करेगी। यह उत्तर-पश्चिम और आसपास के मध्य भारत को प्रभावित कर सकती है।
यह भी पढ़ें
Siberia Coal Mine blast: जहां खदान में हुआ हादसा, वहां 50 करोड़ साल पहले पृथ्वी की 90% नस्लें खत्म हो गई थीं
Earthquake: पेरू में आए 7.5 तीव्रता के जबर्दस्त झटके से भारी नुकसान; तमिलनाडु में भी धरती हिली
Delhi Pollution: रिकॉर्ड तोड़ प्रदूषण के बीच खुले स्कूल, आज SC में होगी सुनवाई; सरकार करेगी हाईलेवल मीटिंग