सार
देश के अधिकांश राज्यों में मानसून की सक्रियता से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आजकल में मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और कोंकण और गोवा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। ओडिशा में भारी बारिश के चलते हालात खराब हैं।
मौसम डेस्क. देश के अधिकांश राज्यों में दक्षिण पश्चिमी मानसून(south west monsoon) एक्टिव बना हुआ है। नतीजा कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि आजकल में मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा मराठवाड़ा, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश संभावित है। (यह तस्वीर मध्य प्रदेश के जबलपुर के बरगी बांध की है। भारी बारिश के चलते बांध के 13 गेट खोलने पड़े)
इन राज्यों में मध्यम या हल्की बारिश की संभावना
पूर्वोत्तर भारत के छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, ओडिशा, महाराष्ट्र, राजस्थान के शेष हिस्से, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा के शेष हिस्सों, कर्नाटक और रायलसीमा में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
ओडिशा में भारी बारिश का कहर
मौसम विभाग ने कहा कि कालाहांडी, कंधमाल, कोरापुट, नबरंगपुर और संबलपुर के 204 मिमी पाउंड से अधिक भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी ओडिशा के सुंदरगढ़, रायगडा, झारसुगुडा और कई अन्य जिलों में बहुत भारी बारिश हुई और राज्य में और बारिश होने की संभावना है, क्योंकि शुक्रवार के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक नया निम्न दबाव बन सकता है। बाढ़ से अब तक प्रभावित जिले-संबलपुर, सुबरनापुर, बरगढ़, बौध, कालाहांडी, कंधमाल, कटक, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, भद्रक, बालासोर और जाजपू हैं।
मौसम में बदलाव की ये हैं वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, ओडिशा और उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास के हिस्सों और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ डिप्रेशन पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और अब यह उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों पर है। इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में जारी रहने की संभावना है। मध्य क्षोभमंडल(mid troposphere) स्तर तक फैले इसे रिलेटेड चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) के साथ पूर्वोत्तर और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, सागर, उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बने हुए डिप्रेशन के केंद्र से गुजरती हुई, बालासोर और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। दक्षिण गुजरात से महाराष्ट्र तट तक एक अपतटीय ट्रफ रेखा बनी हुई है।
इन राज्यों में बीते दिन हुई मध्यम या भारी बारिश
झारखंड, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, गुजरात, राजस्थान,शेष पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों के कुछ हिस्सों, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। तटीय कर्नाटक केरल तटीय आंध्र प्रदेश आंतरिक कर्नाटक और पश्चिमी राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। मध्य महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, विदर्भ के कुछ हिस्सों और पूर्वी मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हुई। उत्तर प्रदेश, मेघालय, असम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भी भारी बारिश दर्ज की गई।
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