सार

नंदीग्राम से ममता बनर्जी को शिकस्त देने के बाद से सुवेंदु अधिकारी राजनीति की सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने अपनी जान का खतरा बताया था। इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुवेंदु अधिकारी सहित उनके पिता शिशिर और भाई को Y श्रेणी की सिक्योरिटी दी है। गृह मंत्रालय ने मई में भाजपा के 77 विधायकों को सिक्योरिटी दी है।

कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पश्चिम बंगाल की राजनीति में रोज नए टर्निंग पॉइंट सामने आ रहे हैं। 2 मई को विधानसभा चुनाव के बाद यहां चुनावी हिंसा हुई थी। इसे लेकर अब भी लगातार राजनीतिक सरगर्मियां बनी हुई हैं। नारद स्टिंग ऑपरेशन में फंसे ममता सरकार के दो मंत्रियों, एक विधायक और एक अन्य नेता की वजह से भी सियासी पारा चढ़ा हुआ है। नंदीग्राम से ममता बनर्जी को शिकस्त देने के बाद से सुवेंदु अधिकारी राजनीति की सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने अपनी जान का खतरा बताया था। इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुवेंदु अधिकारी सहित उनके पिता शिशिर और भाई को Y श्रेणी की सिक्योरिटी दी है। बता दें  कि शिशिर अधिकारी सांसद हैं।

77 विधायकों को सिक्योरिटी दी है
बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा का दौरा भले रुक गया है, लेकिन धमकियां देने का सिलसिला जारी है। इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मई में भाजपा के 77 विधायकों को सिक्योरिटी दी है। सुवेंदु ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। इस समय बंगाल में नारद घोटाले की गूंज है। 

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