सार
घूमने वाले लड़कों में से एक ने चुपके से बुजुर्ग की कुर्सी के ऊपर चुइंगम चिपका दी, जो उनकी बनियान पर चिपक गई। फिर दूसरे लड़के ने कहा अंकल जी, आपकी बनियान पर कुछ चिपक गया है, इसको धो लो, फिर 10 मिनट में दुकान पर साफ कर दिया हाथ।
नई दिल्ली. कभी प्रधानमंत्री आवास में ड्राइवर की नौकर कर चुके एक बुजुर्ग शख्स के साथ दिन दहाड़े ध्यान 50 हजार लूट की खबर आई है। पर इस मामले में चोरों की शक्ल सीसीटीव फुटेज में साफ नजर आने पर भी पुलिस कुछ नहीं कर रही है। बीते दिनों पीएम मोदी की भतीजी के साथ हुई छीना-झपटी हुई थी जिसमें आरोपियों को चंद घंटों में ही पकड़ लिया गया था लेकिन बुजुर्ग की शिकायत पर हफ्तेभर बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पाई है।
वारदात एक बुजुर्ग के साथ हुई है वह एक किराना दुकान चलाते हैं। बुजुर्ग मुंशी राम (74) पीएम आवास और पीएमओ में ड्राइवर की नौकरी करते थे। वे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को बिठाकर उनकी गाड़ियां चला चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद वह अब छोटी सी दुकान चलाकर गुजर-बसर कर रहे हैं। उनके साथ करीब 50 हजार की लूट हुई है। चोरों की शक्लें भी सीसीटीवी में कैद हो गई हैं लेकिन पुलिस ने अभी तक एक भी आरोपी को नहीं पकड़ा है।
चुइंगम चिपकाकर लूट ले गए 50 हजार-
पुलिस के रवैये से मुंशी राम भी निराश हैं। खासतौर से पीएम की भतीजी के साथ हुई वारदात का पता लगने के बाद से वह यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर आम लोगों के साथ हुई बड़ी वारदात को भी पुलिस गंभीरता से क्यों नहीं लेती, जबकि वीआईपी लोगों के मामले में पुलिस का पूरा अमला केस को सॉल्व करने में लगा दिया जाता है।
मुंशी राम उद्यान मार्ग इलाके में रहने वाले हैं। मुंशी राम 9 अक्टूबर को सेंट्रल स्कूल के पास लोकल मार्केट में बनी अपनी दुकान पर बैठे थे। दोपहर 1 बजे के करीब दो लड़के आए और उनके आस-पास ही घूमने लगे। मुंशी राम की जेब में करीब 50 हजार कैश था जो वह किसी खास काम के लिए रखे हुए थे। घूमने वालों लड़कों में से एक ने चुपके से उनकी कुर्सी के ऊपर चुइंगम चिपका दी, जो उनकी बनियान पर चिपक गई। फिर दूसरे लड़के ने कहा अंकल जी, आपकी बनियान पर कुछ चिपक गया है, इसको धो लो।
स्कूटर पर बैठ फरार हो गए सारे बदमाश
मुंशी राम उसे देख पास में ही बने एक शौचालय में चले गए। उन्होंने अपनी जेब से पैसे निकालकर गल्ले में रखे दिए। बाहर खड़े शौचालय के इंचार्ज से उन्होंने दुकान की रखवाली करने को कहा। फिर एक लड़का एड्रेस पूछने के बहाने इंचार्ज के पास गया और उसका ध्यान भटकाने लगा, एक बदमाश दुकान में घुसा और चंद सेकंड्स में ही गल्ले में रखे पैसे उठाकर चंपत हो गया। इसके बाद तीनों लड़के स्कूटर पर बैठ फरार हो गए।
हफ्ते भर बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं
दुकान जाकर देखा तो पैसे नहीं थे मुंशी राम परेशान होकर इधर उधर लोगों से पूछने लगे तो किसी को कुछ पता ही नहीं चला। बाद में उन्होंने दुकान में लगे कैमरे की फुटेज चेक की, तो उसमें चोरी करने वाले लड़के का चेहरा साफ नजर आ गया। उन्होंने फौरन पुलिस बुलाई। उनके बयान के आधार पर पुलिस ने चोरी का केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन हफ्ते भर बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई।
आपको बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री मोदी की भतीजी से छीना गया पर्स और मोबाइल 24 घंटे में वापस मिल गया था। पुलिस ने तुरंत फुटेज के आधार पर चोरों को पकड़ लिया था। वहीं दिल्ली पुलिस आम लोगों के साथ हुई बड़ी वारदात पर हाथ पैर तक नहीं चलाती है।