कोरोना टीकाकरण अभियान के रजिस्ट्रेशन के लिए तैयार किए गए कोविन ऐप सिस्टम को हैक करने की खबरों का सरकार ने खंडन किया है। सरकार ने कहा कि वैक्सीन से संबंधित पूरा डेटा सुरक्षित है। बता दें कि सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें चलाई गई थीं। सरकार ने कहा है कि फिर भी वो इस मामले की जांच कराएगी।

नई दिल्ली. देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए बनाए गए कोविन ऐप(COWIN) सिस्टम के हैक किए जाने की खबरों का सरकार ने खंडन किया है। सरकार ने कहा कि वैक्सीनेशन का पूरा डेटा सुरक्षित है। इसके बावजूद मामले की जांच कराई जाएगी। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत आने वाले कम्प्यूटर इमरजेसी रिस्पाँस टीम मामले की जांच करेगी।

सोशल मीडिया पर फैलाई गई थी झूठी खबर
कोविन के प्रमुख डॉ. आरएस शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाई गईं भ्रामक खबरों की तरफ सरकार का ध्यान गया था। लिहाजा इस मामले की जांच कराई जा रही है। डॉ. शर्मा ने कहा कि जिस डेटा के लीक होने की खबर फैलाई जा रही थी, वो कोविन में संग्रहित ही नहीं है।

कोविन ऐप को हैक नहीं किया जा सकता है
कोविन के प्रमुख डॉ. आरएस शर्मा ने कहा ने कहा है कि कोविड का डेटा किसी दूसरे संस्थान से शेयर नहीं किया जा सकता है।

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