सार
शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह की हत्या के बाद परिवार सहित स्थानीय लोगों में गुस्सा है। परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। बलविंदर सिंह की पत्नी जगदीश कौर ने कहा कि ने देश के लिए शहादत दी है, इसलिए उनको शहीद का दर्जा देने के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए।
नई दिल्ली. शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह की हत्या के बाद परिवार सहित स्थानीय लोगों में गुस्सा है। परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। बलविंदर सिंह की पत्नी जगदीश कौर ने कहा कि ने देश के लिए शहादत दी है, इसलिए उनको शहीद का दर्जा देने के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए।
'सरकार बताए, सुरक्षा वापस क्यों ले ली?'
बलविंदर सिंह की पत्नी ने कहा कि पूरे परिवार की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो।
बलविंदर सिंह के भाई रंजीत सिंह ने कहा कि आतंकवाद का बहादुरी से मुकाबला करने के वाले परिवार की सुरक्षा को लेकर पुलिस और सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि यह भी बताया जाना चाहिए कि शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह से सुरक्षा वापस क्यों ली गई थी।
घर में घुसकर बलविंद सिंह को मारी गोली
पंजाब के तरनतारन में शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह की हत्या कर दी गई। वे भिखीविंड में रहते थे। शुक्रवार सुबह 7 बजे वे घर पर ही थे, तभी अचानक कुछ लोगों ने घरों में घुसकर फायरिंग कर दी। इससे बलविंदर की मौत हो गई। बलविंदर ने इस हमले के पीछे आतंकियों का हाथ होने का अंदेशा जताया है।
बलविंदर सिंह ने पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद के दौर में बहादुरी से आतंकियों का मुकाबला किया था। उन पर 42 बार आतंकियों ने हमला किया था। इसके लिए उन्हें परिवार समेत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
कुछ समय पहले सुरक्षा वापस ले ली गई थी
पंजाब सरकार ने कुछ समय पहले ही बलविंदर की सुरक्षा वापस ली थी। इस फैसले का उन्होंने विरोध भी किया था। इससे पहले भी बलविंदर पर हमले हो चुके थे। 2017 में भी अज्ञात हमलावरों ने उनके घर पर फायरिंग की थी। हालांकि, इसमें उनका परिवार बच निकला था।