सार

सरकार के तीनों कृषि बिल के खिलाफ किसान पिछले दो महीने से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने देश की राजधानी में ट्रैक्टर रैली निकाली थी, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने उत्पात मचा दिया था।

नई दिल्ली. सरकार के तीनों कृषि बिल के खिलाफ किसान पिछले दो महीने से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने देश की राजधानी में ट्रैक्टर रैली निकाली थी, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने उत्पात मचा दिया था। इस आंदोलन के बाद से देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी इंटरनेशनल सेलिब्रिटी के रिएक्शन्स आने लगे थे और वो किसानों के सपोर्ट में अपनी बातें रख रहे थे। ऐसे में सोशल मीडिया पर कुछ NRI के वीडियोज भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें किसानों को अंधेरे में रखने की बातें कही जा रही हैं और वो चक्का-जाम जैसी गतिविधियों का विरोध कर रहे हैं।

 

विदेशी महिला ने खालिस्तान का किया विरोध 

ट्विटर पर गुंजन कौर नाम की एक महिला ने वीडियो शेयर किया है, जो कि कनाडा का है। इसमें देखने के लिए मिल रहा है कि कनाडा में सिख समुदाय के लोग कार पर तिरंगा झंडा लगाए रैली निकाल रहे हैं। वो ये रैली किसानों के सपोर्ट में निकाल रहे हैं। इस रैली का वीडियो शेयर करने के साथ ही गुंजन ने कैप्शन में लिखा कि 'खालिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन। आप सभी सिख समुदाय के लोगों को सपोर्ट करो। सिख समुदाय के साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद।'  

इसके साथ ही एक वीडियो आशिष जग्गी के नाम से ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है। इस वीडियो में एक सिख व्यक्ति पंजाबी में अपने विचार रख रहा है। वीडियो को शेयर करने के साथ ही कैप्शन में लिखा गया है, 'जो राष्ट्रवादी सिख कहते हैं कि वो कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वो गंदी राजनीति का हिस्सा हैं।' उन्होंने किसान नेताओं से अनुरोध किया कि पहले किसानों के बीच बिल की कॉपी बांटी जाए। वो इसके लिए खर्च होने वाले पैसे को भी पे करने के लिए तैयार हैं। अंत में सवाल खड़ा किया कि असल किसानों को आखिर अंधेरे में क्यों रखा जा रहा है?