सार

कृषि कानूनों को लेकर पिछले चार महीने से किसानों का आंदोलन जारी है। अब किसान नेताओं ने सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए चुनावी राज्यों में पंचायतें करने का फैसला किया है। किसान नेता राकेश टिकैत भी बंगाल में कृषि कानूनों के विरोध में दौरा करने का ऐलान कर चुके हैं। 

नई दिल्ली. कृषि कानूनों को लेकर पिछले चार महीने से किसानों का आंदोलन जारी है। अब किसान नेताओं ने सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए चुनावी राज्यों में पंचायतें करने का फैसला किया है। किसान नेता राकेश टिकैत भी बंगाल में कृषि कानूनों के विरोध में दौरा करने का ऐलान कर चुके हैं। 

राकेश टिकैत का कहना है कि वे 13 मार्च को बंगाल जाएंगे। वे यहां कोलकाता और नंदीग्राम में महापंचायत करेंगे। उन्होंने कहा, वे वहां के किसानों से बात करेंगे और पूछेंगे कि क्या उन्हें MSP मिल रहा है?

'शायद बंगाल में मिल जाए दिल्ली की सरकार'
राकेश टिकैत ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि वे 13 को कोलकाता जाएंगे। यहां वे दो सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा, वे यहां किसानों से पूछेंगे कि उन्हें धान की फसल के कितने दाम मिल रहे हैं। 

टिकैत ने कहा कि हमें चुनाव नहीं लड़ना। लेकिन हमारे नेता वहीं जा रहे हैं, हो सकता है, वहीं सरकार के नेताओं से मुलाकात हो जाए। 

'ममता दीदी की चोट ने पूरे देश को चोट दी'
प बंगाल पर कथित हमले को लेकर भी राकेश टिकैत ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, प बंगाल में जो मुख्यमंत्री हैं ममता, सुना है उन्हें चोट मार दी। ऐसा नहीं होना चाहिए था। वे एक औरत हैं। एक महिला वहां पर मोर्चा संभाल रही है। उन्हें चोट मारकर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।