सार
नव नियुक्त सुरक्षा गार्डों में से एक कैलाश डोरा ने स्थानीय चैनल को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि, “15 दिनों के प्रशिक्षण से के बाद, हम में से पांच लोग यहां ज्वाइन कर चुके हैं। हम इस पहल को लेकर बेहद खुश हैं। हम हर दिन 8-घंटे अस्पताल में रहते हैं, जिसके दौरान हम रोगियों की देखभाल करते हैं। ”
नई दिल्ली. एलजीबीटी समुदाय के लिए समाज में धीरे-धीरे ही सही बदलाव होने लगे हैं। हाल में ओडिशा के एक अस्पताल में एक दो नहीं बल्कि पांच ट्रांसजेंडर्स को सिक्योरिटी गार्ड नियुक्त किया गया है। ये खबर थर्ड जेंडर समुदाय के बीच खुशी की लहर की तरह है। एलजीबीटीक्यूआईए (LGBTQIA)समुदाय के सदस्यों को सशक्त बनाने के लिए, मलकानगिरी जिला मुख्यालय अस्पताल (DHH) में अधिकारियों ने पांच ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सुरक्षा गार्ड नियुक्त किया है।
दुर्गा, सोनाली, तुषार, कैलाश और हियाल को मलकानगिरी जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त किया गया था ताकि ट्रांसजेंडरों को स्वतंत्र जीवन जीने में सक्षम बनाया जा सके। पांचों अस्पताल के महिला, स्त्री रोग और बाल चिकित्सा वार्डों में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करेंगे। इन पांचों को बीमा सहित अन्य सुविधाओं के साथ 6000 से 7000 तक का तनख्वाह मिलेगी।
खुश नजर आए पांचों गार्ड्स
ट्रांसजेंडर्स को निर्मल योजना के तहत नियुक्त किया गया था और नई नौकरी लेने से पहले मलकानगिरी जिला पुलिस द्वारा सभी को प्रशिक्षण भी दिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि, "स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 5T पहल के बाद, अस्पतालों में स्वच्छता को प्राथमिकता दी गई है। निर्मला योजना के तहत, जिला प्रशासन ने थर्ड जेंडर के लोगों को नौकरी दी हैं।"
नव नियुक्त सुरक्षा गार्डों में से एक कैलाश डोरा ने स्थानीय चैनल को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि, “15 दिनों के प्रशिक्षण से के बाद, हम में से पांच लोग यहां ज्वाइन कर चुके हैं। हम इस पहल को लेकर बेहद खुश हैं। हम हर दिन 8-घंटे अस्पताल में रहते हैं, जिसके दौरान हम रोगियों की देखभाल करते हैं। ”
निर्मला योजना के तहत मिली नौकरी
आपको बता दें कि ओडिशा सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में उन्नत स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए 2018 में निर्मला योजना शुरू की। यह योजना स्वच्छता और सुरक्षा सेवाओं जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने और सभी के लिए सस्ती स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने पर केंद्रित है। सरकार ने पिछले महीने कई स्वास्थ्य सेवाओं की घोषणा की थी। 2 अक्टूबर को शुरू की गई मो सरकार (MO Sarkar) पहल के तहत, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मलकानगिरी जिला अस्पतालों में मरीजों की देखभाल के लिए डॉक्टर आवास और रेस्ट होम के निर्माण की घोषणा की थी।