सार
तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में आवासीय परियोजना के लिए निकाला गया विज्ञापन विवादों में है। विज्ञापन के मुताबिक फ्लैट की कीमत दी गई थी, लेकिन विवाद इस बात पर था कि विज्ञापन सिर्फ 'ब्राह्मणों' के लिए था। यानी फ्लैट सिर्फ ब्राह्मण ही ले सकते थे।
तमिलनाडु. तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में आवासीय परियोजना के लिए निकाला गया विज्ञापन विवादों में है। विज्ञापन के मुताबिक फ्लैट की कीमत दी गई थी, लेकिन विवाद इस बात पर था कि विज्ञापन सिर्फ 'ब्राह्मणों' के लिए था। यानी फ्लैट सिर्फ ब्राह्मण ही ले सकते थे। हालांकि जब लोगों ने आलोचना की तो बिल्डर ने विज्ञापन वापस ले लिया और कहा कि वह किसी जाति, धर्म के खिलाफ नहीं हैं।
शाकाहारियों को बेचना चाहते थे फ्लैट
- मीडिया से बात करते हुए ओम शक्ति कंस्ट्रक्शन अनबू के महाप्रबंधक ने कहा, "हमारी शुरुआती योजना केवल शाकाहारियों को फ्लैट बेचने की थी, लेकिन प्रिंटर ने इसे केवल ब्राह्मण के रूप में प्रकाशित किया। हम किसी भी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं हैं। हम उसे बेच देंगे, जो लेना चाहेगा।
- ओम शक्ति कंस्ट्रक्शन ने श्रीरंगम के मंदिर शहर में मेलूर रोड पर अपनी आगामी परियोजना 'श्री शक्ति रेंगा अपार्टमेंट्स' के लिए विज्ञापन दिया था। बिक्रीर के लिए कुल 13 यूनिट्स हैं।
- तमिलनाडु अस्पृश्यता उन्मूलन मोर्चा (TNUEF) ने जिला कलेक्टर एस शिवरासु को याचिका देकर बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। याचिका में कहा गया कि यह आधुनिक युग में अस्पृश्यता का एक नया रूप है। विज्ञापन का मुख्य एजेंडा दलितों और अल्पसंख्यकों को फ्लैट बेचना नहीं है।