सार
असम में लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ (Flood) आ गई है। भूस्खलन से तीन लोगों की मौत हुई है। करीब 25 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव अभियान में सेना के जवानों को तैनात किया गया है।
दिसपुर। लगातार हो रही बारिश के चलते असम में बाढ़ (Flood) आ गई है। कई जिलों में नदियां उफना गईं हैं। दीमा हसाओ जिला सबसे अधिक प्रभावित है। सेना के जवानों को राहत और बचाव अभियान में उतारा गया है। बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कैंप बनाए गए हैं। होजई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों को जोड़ने वाली सड़क होजई जिले में बाढ़ के पानी में डूब गई। होजई में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कई गांव जलमग्न हो गए हैं। दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग इलाके में मूसलाधार बारिश ने सड़क का एक हिस्सा बहा दिया।
भूस्खलन से तीन लोगों की मौत
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जानकारी दी है कि दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग इलाके में भूस्खलन की घटनाओं में एक महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई है। करीब 80 घर बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं। लगातार बारिश के कारण दीमा हसाओ जिले के कई हिस्सों में शनिवार को भूस्खलन हुआ। दीमा हसाओ जिले के 12 गांवों से अब तक भूस्खलन की खबर आई है।
कछार जिले में बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे जवान
भारतीय सेना के जवानों ने शनिवार रात कछार जिले के बालिचरा और बरखोला के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चलाया। असम राइफल्स की श्रीकोना बटालियन सहित स्पीयरकॉर्प्स की टुकड़ियों को बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए लगाया गया है। बचाव और राहत कार्य जारी है।
बाढ़ से करीब 25,000 लोग प्रभावित
असम के 6 जिलों में बाढ़ की पहली लहर से करीब 25 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। असम और पड़ोसी राज्यों (मेघालय और अरुणाचल प्रदेश) में पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश हुई है। इसके चलते कई नदियों का जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। कोपिली नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।
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असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार 14 मई तक छह जिलों (कछार, धेमाजी, होजई, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, नागांव और कामरूप) के 94 गांवों में 24,681 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में 1732.72 हेक्टेयर जमीन में लगी फसल डूब गई है।
अकेले कछार जिले में 21,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। सेना, अर्धसैनिक बलों, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं ने शनिवार को कछार जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों से 2,150 लोगों को बचाया था। होजई, लखीमपुर, नागांव जिलों में कई सड़कें, पुल और सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त हो गईं।
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