सार
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने शनिवार को पहली बार नक्सल कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (CoBRA) यूनिट में महिला कमांडोज की भर्ती की है। इन्हें ट्रेनिंग के लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में भेजा जाएगा।
नेशनल डेस्क। सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने शनिवार को पहली बार नक्सल कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (CoBRA) यूनिट में महिला कमांडोज की भर्ती की है। इन्हें ट्रेनिंग के लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में भेजा जाएगा। बता दें कि कुल 34 महिला कमांडोज की इस यूनिट में भर्ती की गई है। सीआरपीएफ के मुताबिक, 88वें ऑल वुमन बटालियन रेजिंग डे के मौके पर इन महिला कमांडोज को कोबरा यूनिट में शामिल किया गया। इन महिला कमांडोज को महिला ब्रास बैंड के साथ यूनिट में शामिल किया गया। यह सीआरपीएफ (CRPF) का पहला महिला ब्रास बैंड है।
इनकी भी होगी ट्रेनिंग
सीआरपीएफ की पहली महिला ब्रास बैंड को एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होना होगा, जिसमें उन्हें कई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट के बारे में जानकारी दी जाएगी। सीआरपीएफ ने कहा है कि उसके पास पहले से ही एक महिला पाइप बैंड भी है। बता दें कि इस बैंड को सीआरपीएफ की 88वीं ऑल वुमन बैंड होने का गौरव हासिल है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में सीआरपीएफ का यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
शांति अभियानों में शामिल हुई हैं महिला कमांडोज
बता दें कि सीआरपीएफ की महिला कमांडोज संयुक्त राष्ट्र के कई शांति अभियानों में भारत और विदेशों में शामिल हुई हैं और अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। सीआरपीएफ (CRPF) के महानिदेशक एपी माहेश्वरी ने कहा कि लैंगिक तटस्थता बल की विविधता को दिखलाती है। सशक्त महिलाएं ही एक सशक्त परिवार बनाती हैं, जिससे राष्ट्र सशक्त बनता है। सीआरपीएफ की 6 महिला बटालियनों में से 34 कमांडो जो कोबरा बटालियन में शामिल हो रही हैं, वे 3 महीने की कड़ी कोबरा प्री-इंडक्शन ट्रेनिंग से गुजरेंगी।
उग्रवाद प्रभावित इलाकों में होगी तैनाती
प्रशिक्षण पूरा हो जाने के बाद इन कमांडोज के बैच को उग्रवाद प्रभावित इलाकों में तैनात किया जाएगा। 88 महिला बटालियन ने देश की सेवा में 34 शानदार वर्ष पूरे किए हैं। बटालियन ने संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में भागीदारी की है। इस बटालियन की महिला कमांडोज को सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र सहित कई दूसरे वीरता पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।