सार
केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने कहा, '' पाकिस्तान, बांग्लादेश और आफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। अगर वे भारत नहीं आएंगे तो वे कहां जाएंगे ? इटली? इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको सीएए और जीएसटी के बीच अंतर नहीं मालूम है। जिसके बाद उन्होंने अच्छे टीचर से ट्यूशन लेने की सलाह दे डाली।
नई दिल्ली. नागरिकता कानून को लेकर जारी विरोधों के दौर के बीच मोदी सरकार के मंत्री जी किशन रेड्डी ने बिना नाम लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने हिंदुओं को भारत में नागरिकता देने की वकालत करते हुए कहा कि यह देश की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा है।
भारत नहीं आएंगे तो इटली जाएंगे
केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने कहा, '' पाकिस्तान, बांग्लादेश और आफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। अगर वे भारत नहीं आएंगे तो वे कहां जाएंगे ? इटली?’’ उन्होंने कहा, ''इटली हिन्दुओं और सिखों को स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि वे गरीब लोग हैं।'' मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दू, सिख, ईसाई और जैन का लगातार उत्पीड़न होने के कारण उनकी आबादी में काफी गिरावट आई है।
राहुल को जीएमसटी और सीएए में फर्क नहीं मालूम
रेड्डी ने कहा कि तीन पड़ोसी देशों के गैर-मुसलमानों को आश्रय और नागरिकता देना भारत की नैतिक ज़िम्मेदारी है। मंत्री ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सीएए और जीएसटी के बीच कोई फर्क नहीं पता है। उन्होंने कहा कि इसी कारण वह कह रहे हैं कि नागरिकता कानून में हालिया बदलाव के बाद जीएसटी में बढ़ोतरी हो जाएगी।
अच्छे शिक्षक से लें ट्यूशन
उन्होंने कहा, ''मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें (सीएए और जीएसटी) के बीच का अंतर नहीं पता है तो उन्हें अच्छे शिक्षक से ट्यूशन लेना चाहिए। '' मंत्री ने विपक्ष पर 'ओछी राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोगों को गुमराह करके नागरिकता कानून में हालिया बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए भड़का रहे हैं।