सार
Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मामले में दायर याचिका पर सुनवाई 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में जाएगी। अंजुमन इंतेजामिया की याचिका में वजू के लिए अलग व्यवस्था की मांग की गई है।
नेशनल डेस्क। ज्ञानवापी के वुजूखाने में 16 मई, 2022 को मिले कथित शिवलिंग मिलने के बाद कोर्ट के आदेश पर इसे सील कर दिया गया था. इसे देखते हुए अंजुमन इंतेजामिया ने एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की है जिसमें कहा गया है कि नमाजियों को वजू करने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में उनके वजू के लिए अलग व्यवस्था करा दी जाए। 11 जुलाई को ज्ञानवापी से जुड़े मसलों पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी।
11 जुलाई को कोर्ट में सुनवाई
काशी के ज्ञानवापी प्रकरण और उपासना स्थल को चुनौती देने के मामले में आने वाली 11 तारीख को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की जाएगी। मामले पर चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली पीठ जिसके अंतर्गत सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पामिदि घंटम श्री नरसिम्हा और जस्टिस मनोज मिश्र मामले की सुनवाई करेगी. उपासना स्थल 1991 अधिनियम को चुनौती देने वाली याचिका को पहले मुकदमे के तौर पर सुना जाएगा।
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16 मई 2022 में ज्ञानवापी में मिला था कथित शिवलिंग आकृति
16 म ई 2022 को ज्ञानवापी मस्जिद के क्षेत्र में कथित तौर पर शिवलिंग के आकार की आकृति मिली थी। मामले के प्रकाश में आने के बाद कोर्ट के आदेश के बाद इसे सील कर दिया गया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मस्जिद में नमाज अदा की जा रही है। ज्ञानवापी में श्रृंगार गौरी की पूजा अभी भी साल में एक बार नवरात्र चतुर्थी को की जाती है, लेकिन अब यहां रोजाना पूजा करने की इजाजत मांगी जा रही है।
ये मामला हाईकोर्ट में हैं…
- ज्ञानवापी में मां शृंगार गौरी मंदिर के निरीक्षण का मामला: जानिए कौन हैं पांचों महिला याचिकाकर्ता।
- ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर क्या है बनारस के लोगों की राय।
- स्थानीय लोगों की माने तो मस्जिद को लेकर पहला विवाद 1809 में हुआ था, जो सांप्रदायिक दंगे में तब्दील हो गया था।
- अदालत में एक मुक़दमा 1936 में भी दायर हुआ, जिसका निर्णय अगले साल आया>