सार
बजट से पहले वित्त मंत्रालय में शनिवार को हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया। बजट से पहले हर बार हलवा सेरेमनी की परंपरा है। इस मौके पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद रहे। पहले कहा जा रहा था कोरोना कि वजह से हलवा सेरेमनी का आयोजन भी रद्द किया जा सकता है।
नई दिल्ली. बजट से पहले वित्त मंत्रालय में शनिवार को हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया। बजट से पहले हर बार हलवा सेरेमनी की परंपरा है। इस मौके पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद रहे। पहले कहा जा रहा था कोरोना कि वजह से हलवा सेरेमनी का आयोजन भी रद्द किया जा सकता है। लेकिन वित्त मंत्रालय ने इस खबर का खंडन करते हुआ कहा था कि इस परंपरा का आयोजन किया जाएगा।
क्यों होती है हलवा सेरेमनी ?
भारतीय संस्कृति और परंपरा में यह मान्यता रही है कि शुभ काम करने से पहले मीठा खाना चाहिए। बजट से पहले हलवा सेरेमनी के पीछे भी यही मान्यता मानी जाती है। बजट के दस्तावेज की छपाई से पहले इस सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। वित्त मंत्री खुद बजट से जुड़े कर्मचारियों और वित्त अधिकारियों को हलवा बांटते हैं। इसी के साथ संसद के नॉर्थ ब्लॉक की बेसमेंट में बजट के दस्तावेजों की छपाई शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार कोरोना के चलते दस्तावेज डिजिटल रूप से सदन में पेश किए जाएंगे।
10 दिन बेसमेंट में नजरबंद रहते हैं कर्मचारी
भले ही बजट में इस बार दस्तावेज प्रिंट ना किए जाएं। लेकिन बजट के दस्तावेज तैयार करने का काम होगा। इस बार भी इन्हें गोपनीय तरीके से किया जाएगा। बजट के दस्तावेज तैयार करने के लिए बेसमेंट को 10 दिन के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है। साथ ही सभी कर्मचारी भी नजरबंद रहते हैं। बजट तैयार करने वाली टीम हलवा सेरेमनी के बाद किसी से संपर्क नहीं करती।
29 जनवरी से शुरू होगा बजट सत्र
इस बार बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होगा। यह 15 फरवरी तक चलेगा। वहीं, बजट का दूसरा सत्र 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा। 29 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत होगी। 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा।