सार

हाथरस कांड की पीड़िता की मां ने हाल ही में एक न्यूज चैनल से बात की और अपना दर्द बयां किया। मीडिया से बातचीत के दौरान पीड़िता की मां रोने लगी। उन्होंने कहा कि 'उनकी बेटी की मिट्टी नहीं दी उन लोगों ने। 

लखनऊ. हाथरस कांड की पीड़िता की मां ने हाल ही में एक न्यूज चैनल से बात की और अपना दर्द बयां किया। मीडिया से बातचीत के दौरान पीड़िता की मां रोने लगी। उन्होंने कहा कि 'उनकी बेटी की मिट्टी नहीं दी उन लोगों ने। उनकी बहू पुलिसवालों से गुहार लगाती रही कि उसे उसकी ननद का चेहरा एक बार देखने दिया जाए, लेकिन पुलिसवालों ने लड़की का आखिरी बार चेहरा तक नहीं दिखाया।   

'पता नहीं तुम्हारे खाते में कितने पैसे गए?'

पीड़िता की मां ने कहा कि एसआईटी (SIT) टीम और दूसरे अधिकारी उनके घर आए तो उन्हें एक ही बात कह रहे थे,  'तुम्हें पैसे मिल रहे हैं...अरे तुमको पैसे मिल रहे हैं...पता नहीं तुम्हारे खाते में कितने पैसे गए...मुझे नहीं पता...' पीड़िता की मां ने कहा कि 'उन्हें नहीं पता उनके खाते में कितने पैसे आए हैं?' उन्हें इंसाफ चाहिए।

सीबीआई नहीं सुप्रीम कोर्ट के जज करें जांच: पीड़िता की मां

पीड़िता की मां ने कहा कि 'उन्हें नहीं पता कि प्रशासन ने इस मामले में किसको हटा दिया है।' पीड़िता के परिवार ने कहा कि 'उन्हें सीबीआई जांच नहीं चाहिए। पीड़िता की एक रिश्तेदार ने कहा कि 'इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के एक जज को करनी चाहिए। उनकी निगरानी में जांच होनी चाहिए।' पीड़िता की मां ने कहा कि 'उनकी किसी राजनीतिक दल के लोगों से बात नहीं हुई है।' 

'14 सितंबर को मैं और बेटी दोनों घबराई हुई थीं'

पीड़िता की मां से 14 सितंबर के बयान को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, '14 सितंबर को उन्होंने क्यों नहीं कहा कि उनकी बेटी के साथ गलत हुआ है।' इस पर पीड़िता की मां ने कहा कि 'उस दिन हादसे के बाद वो घबराई हुई थीं, उनकी बेटी घबराई हुई थी, लोग बोल रहे थे कि यहां से जल्दी ले जाओ। जल्दी ले जाओ...वहां जांच हुई तब पता चली।' नार्को टेस्ट पर पीड़िता की मां ने कहा कि 'उन्हें पता नहीं कि ये चीज होती क्या है, वे लोग नार्को टेस्ट नहीं करवाएंगे।'