सार
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्राइवेट क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी (HDFC) को बड़ा झटका देते हुए बैंक सभी की डिजिटल सेवाओं पर रोक लगा दी है। RBI ने 02 दिसंबर को एक आदेश जारी करते हुए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और पेमेंट यूटिलिटी सर्विस पर रोक लगा दी है।
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्राइवेट क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी (HDFC) को बड़ा झटका देते हुए बैंक सभी की डिजिटल सेवाओं पर रोक लगा दी है। RBI ने 02 दिसंबर को एक आदेश जारी करते हुए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और पेमेंट यूटिलिटी सर्विस पर रोक लगा दी है। इसके अलावा RBI ने HDFC कस्टमर को नए क्रेटिड कार्ड जारी करने पर भी रोक लगा दी है। पिछले 2 साल में एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों को डिजिटल सर्विस में कई बार दिक्कत आई है जिसकी वजह से केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया है।
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बैंक ने बताया कि 2 दिसंबर को RBI ने आदेश दिया है। आदेश में आरबीआई ने कहा है कि हाल में बैंक की इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, पेमेंट यूटिलिटीज में लगातार ढेर सारी रुकावटें आती रही हैं। पिछले दो सालों से यह चल रहा है। हाल की घटना में 21 नवंबर को बैंक की इंटरनेट बैंकिंग और पेमेंट सिस्टम में गड़बड़ी पाई गई थी। यह गड़बड़ी प्राइमरी डाटा सेंटर में पावर फेल होने के कारण हुई थी। पिछले दो सालों में बैंक के लिए यह तीसरा बड़ा झटका लगा है।
डिजिटल बिजनेस की लांचिंग पर लगी अस्थाई रोक
आरबीआई ने आदेश में बैंक को सलाह दी है कि वह फिलहाल अस्थाई यानी टेंपरेरी तौर पर डिजिटल बिजनेस से संबंधित सभी गतिविधियों की लांचिंग को रोक दे। एचडीएफसी बैंक अपने डिजिटल 2.0 को लांच करने की तैयारी कर रहा है। जिसमें ढेर सारे डिजिटल चैनल लांच होंगे। ऐसे में आरबीआई का यह आदेश बैंक के लिए बड़ा झटका है। इसके साथ ही अन्य सभी बिजनेस जनरेटिंग आईटी एप्लीकेशन को भी रोकने का आदेश दिया गया है। इसमें नए क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को सोर्सिंग करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
आरबीआई ने दिए जांच के आदेश
आरबीआई ने आदेश में कहा है कि इसके अलावा बैंक का बोर्ड इस तरह की लैप्सेस की जांच करे और इसकी जवाबदेही भी तय करे। आरबीआई ने कहा है कि उपरोक्त कदम या नियम तभी हटाए जाएंगे जब उसे बैंक की ओर से संतुष्टि मिलेगी। यानी सभी चीजें सही होंगी।
व्यवसाय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
एचडीएफसी बैंक ने कहा कि पिछले दो वर्षों में उसने अपने आईटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए कई उपाय किए हैं और शेष काम को तेजी से पूरा करेगी। बैंक ने कहा है कि वह डिजिटल बैंकिंग चैनलों में हालिया परेशानियों को दूर करने के लिए ठोस कदम उठा रहा है और उम्मीद जताई की उसके मौजूदा क्रेडिट कार्ड, डिजिटल बैंकिंग चैनलों और मौजूदा परिचालन पर ताजा नियामकीय फैसले का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बैंक का मानना है कि इन उपायों से उसके समग्र व्यवसाय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।