सार
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के छह बागी विधायकों ने भाजपा ज्वाइन कर लिया है। उनके साथ तीन निर्दलीय विधायक भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस के छह बागी विधायक शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ तीन निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। पिछले दिनों राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया था। इसके बाद कांग्रेस ने कार्रवाई करते हुए इन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।
नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में कांग्रेस के पूर्व विधायकों और निर्दलीय विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ली। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और राज्य इकाई के अध्यक्ष राजीव बिंदल सहित कई भाजपा नेता मौजूद थे। अनुराग ठाकुर ने पूर्व कांग्रेस विधायकों का भाजपा में स्वागत किया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में चल रही कांग्रेस सरकार की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं कर रही है।
कांग्रेस के जिन छह पूर्व विधायकों ने भाजपा की सदस्यता की उनके नाम सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, चेतन्य शर्मा और देविंदर कुमार भुट्टो हैं। पार्टी के व्हीप का उल्लंघन करने के चलते कांग्रेस ने उन्हें 29 फरवरी को पार्टी से निकाल दिया था। इन्हें विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिया गया था। भाजपा में शामिल होने वाले तीन निर्दलीय विधायकों के नाम आशीष शर्मा, होशियार सिंह और केएल ठाकुर हैं।
हिमाचल प्रदेश का अंकगणित
कांग्रेस विधायकों द्वारा बगावत किए जाने से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार खतरे में है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायकों की संख्या 68 है। बहुमत का आंकड़ा 35 है। 2022 के चुनाव में कांग्रेस को 40 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा को 25 सीटें मिली थी। कांग्रेस का दावा था कि तीन निर्यलीय विधायकों का समर्थन उसके साथ है। इससे उसका संख्या बल 43 हो गया था।
यह भी पढ़ें- सुनीता ने पढ़ा पति केजरीवाल का संदेश- 'ऐसी सलाखें नहीं जो मुझे ज्यादा दिन अंदर रख सकें, जल्द आऊंगा बाहर'
राज्यसभा चुनाव के दौरान बगावत के बाद स्थिति बदल गई है। कांग्रेस के छह विधायकों ने पाला बदला था। कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकाला। दूसरी ओर विधानसभा अध्यक्ष ने दल-बदल कानून के तहत बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिया। इस तरह कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 34 हो गई है। दूसरी विधानसभा में विधायकों की संख्या घटकर 62 हो गई। इस तरह बहुमत का आंकड़ा 32 हो गया है। तीन निर्दलीय विधायक भाजपा में शामिल हुए है, जिससे भाजपा के कुल विधायकों की संख्या 28 हो गई है।
यह भी पढ़ें- ED ने के कविता की रिमांड 5 दिन बढ़ाने की कि मांग, BRS नेता ने दायर की जमानत याचिका