सार
कोरोना संक्रमण के कारण यह दूसरी होली है, जिसके रंग फीके पड़ गए हैं। देश में कोरोना की दूसरी लहर के चलते कई राज्यों में भीड़ जुटाकर होली खेलने पर मनाही है। ऐसे में लोग अपने-अपने घरों में होली खेल रहे हैं। देश के मंदिरों में भी होली खेलने की परंपरा है। ऐसे में कुछ लोगों की मौजूदगी में भगवान के साथ होली खेली गई। कहीं मंदिरों में होली पर भारी भीड़ देखी गई।
(यह तस्वीर पश्चिम बंगाल के टॉलीगंज से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर शेयर की है।)
कोरोना संक्रमण के कारण यह दूसरी होली है, जिसके रंगों में कोरोना ने भंग पैदा की है। देश में कोरोना की दूसरी लहर के चलते कई राज्यों में भीड़ जुटाकर होली खेलने पर मनाही है। ऐसे में लोग अपने-अपने घरों में होली खेल रहे हैं। देश के मंदिरों में भी होली खेलने की परंपरा है। ऐसे में कुछ लोगों की मौजूदगी में भगवान के साथ होली खेली गई। कहीं मंदिरों में होली पर भारी भीड़ देखी गई। इस समय देश में 12 मिलियन लोग संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि इनमें से 11.3 मिलियन लोग रिकवर हो चुके हैं, लेकिन 1 लाख 62 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि दुनिया में 127 मिलियन लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 72 मिलियन ठीक हो चुके हैं, लेकिन 2.78 मिलियन लोगों की मौत हो चुकी है। जानिए होली के कहां कैसे रंग..
जानें कहां कैसी होली
- चंडीगढ़ में होली और कोरोना को देखते हुए सुकना झील समेत सभी पार्क किए गए बंद।
- कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने नाच-गाकर और एक-दूसरे को रंग लगाकर होली मनाई।
(यह तस्वीर असम की है। यहां कृष्णभक्तों ने भगवान के साथ होली खेली)
(यह तस्वीर मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की है। यहां भगवान महाकाल को रंग लगाकर होली मनाई गई। इनसेट तस्वीर मथुरा के बांके बिहारी मंदिर की है। यहां परंपरागत तरीके से लोगों ने होली मनाई। यहां काफी भीड़ देखी गई।)
(यह तस्वीर पंजाब के अमृतसर की है।)
(यह तस्वीर बिहार की राजधानी पटना की है)