सार
हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ हुए दरिंदगी के मामले में लापरवाही बरतने पर तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। तीनों पुलिसकर्मियों पर यह कार्रवाई गैरजिम्मेदाराना रवैये के कारण की गई है।
हैदराबाद. साइबराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ हुए गैंगरेप और हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर शासन ने सख्त रवैया अपनाया है। जिसमें तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। डॉक्टर से 27 नवंबर की रात सामूहिक दुष्कर्म हुआ। अगले दिन सुबह अधजली हालत में शव मिला था। घटना के बाद देशभर में आक्रोश है। वहीं, ओडिशा के भुवनेश्वर और कटक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर महिलाओं से अपील की है कि वे अजनबियों से बात न करें।
इन्हें किया गया सस्पेंड
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जानर ने कहा, ‘‘सब-इंस्पेक्टर एम रवि कुमार, हेड कॉन्स्टेबल पी वेणु गोपाल रेड्डी और ए सत्यनारायण गौड को मामले की जांच के बाद अगले आदेश तक सस्पेंड कर दिया गया है।’’
कोई वकील नहीं लड़ेगा आरोपियों का केस
शादनगर के स्थानीय कोर्ट से संबंधित बार एसोसिएशन ने घटना के चारों आरोपियों का केस लड़ने से इंकार कर दिया है। बार एसोशिएसन ने कहा- कोई भी वकील अदालत में चारों आरोपियों की पैरवी करने नहीं जाएगा और उन्हें कानूनी सहायता भी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी।
न्यायिक हिरासत में है आरोपी
साइबराबाद पुलिस ने चार आरोपियों मोहम्मद आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में आरिफ की उम्र 26 साल है, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल है। ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर हैं, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद पीड़ित को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था।