सार
भारत के साथ बेवजह का सीमा विवाद(India China border dispute) करते आ रहे चीन ने अरुणाचल प्रदेश से एक 17 साल के लड़के को उठा लिया। राज्य के सांसद तापिर गाओ ने इसकी जानकारी समाचार एजेंसी PTI को दी। बच्चे का अपहरण मंगलवार को सियंगला क्षेत्र के लुंगटा जोर इलाके से हुआ।
नई दिल्ली. भारत के साथ बेवजह का सीमा विवाद(India China border dispute)करते आ रहे चीन ने अरुणाचल प्रदेश से एक 17 साल के लड़के को उठा लिया। राज्य के सांसद तापिर गाओ(Tapir Gao) ने इसकी जानकारी समाचार एजेंसी PTI को दी। बच्चे का अपहरण मंगलवार को सियंगला क्षेत्र के लुंगटा जोर इलाके से हुआ। चीन इससे पहले भी ऐसी हरकत कर चुक है। चीन की PLA ने सितंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच युवकों का अपहरण कर लिया था, जिन्हें एक हफ्ते बाद छोड़ा गया था। यह मामला सामने आने के बाद भारतीय सेना के स्थानीय कमांडर ने हॉटलाइन पर चीनी सेना से संपर्क किया है। भारतीय सेना ने प्रोटोकॉल के तहत युवक को रिहा करने की मांग की है। हालांकि चीन ने अभी कोई जवाब नहीं दिया है।
सरकार से मांगी मदद
चीन (China) की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की इस हरकत का खुलासा बुधवार को हुआ। अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के ऊपरी सियांग जिले (Siang District) से किडनै हुए इस लड़के की सूचना राज्य के सांसद तापिर गाओ ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया। लड़के की पहचान मिराम तरोन के रूप में हुई है। गाओ ने लोअर सुबनसिरी जिले के जिला मुख्यालय जीरो से फोन पर न्यूज एजेंसी को इस बारे में बताया और अधिकारियों को सूचना दी। घटना जहां से त्सांगपो नदी अरुणाचल प्रदेश में भारत में प्रवेश करती है, वहां हुई। त्सांगपो को अरुणाचल प्रदेश में शियांग और असम में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है। गाओ ने एक tweet भी किया था। गाओ ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक(Nisith Pramanik) से इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। गाओ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना को भी अपनी tweet टैग किया है।
लंबे समय से चीन विवाद छेड़ता आ रहा है
भारत लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक चीन के साथ 3,400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) शेयर करता है। यह सीमा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुज़रती है। यह तीन सेक्टर में बंटी हुई है-पश्चिमी सेक्टर जम्मू-कश्मीर, मिडिल सेक्टर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड और पूर्वी सेक्टर यानी सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश।
डोकलाम में गांव बसाने का मामला
पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील पर पुल निर्माण का मामला सामने आने के बाद अब चीन एक और हरकत कर रहा है। वो भूटान के रास्ते भारत को घेरने में लगा है। कुछ नई सैटेलाइट इमेज सामने आई हैं। इससे पता चलता है कि चीन डोकलाम एरिया से 30 किलोमीटर दूर भूटान में दो बड़े गांव बसा रहा है। ये सभी गांव आपस में जुड़े रहेंगे। बता दें कि डोकलाम में भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। 2017 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प भी हो चुकी है। तब चीन वहां रोड बना रहा था, इस पर भारतीय सैनिकों ने उसे रोक दिया था। चीन यहां 166 इमारतें और सड़कें बना रहा है। सैटेलाइट इमेज में यह सब देखा जा सकता है।
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