सार

LAC पर तनाव के बीच भारत और चीन के कोर कमांडर्स की बैठक 13 घंटे बाद भी जारी है। सुबह 9 बजे से चल रही ये मीटिंग अब भी जारी है। भारत और चीन के बीच बीते लंबे वक्त से सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। अगस्त के आखिर में ताजा तनाव होने के बाद बातचीत बंद हो गई थी, लेकिन अब एक बार फिर बॉर्डर पर भारत और चीन की सेना के अफसर बातचीत कर रहे हैं। 


नई दिल्ली. LAC पर तनाव के बीच भारत और चीन के कोर कमांडर्स की बैठक 13 घंटे बाद भी जारी है। सुबह 9 बजे से चल रही ये मीटिंग अब भी जारी है। भारत और चीन के बीच बीते लंबे वक्त से सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। अगस्त के आखिर में ताजा तनाव होने के बाद बातचीत बंद हो गई थी, लेकिन अब एक बार फिर बॉर्डर पर भारत और चीन की सेना के अफसर बातचीत कर रहे हैं। भारत और चीन के कोर कमांडर्स की मीटिंग सुबह 10 बजे से अब तक जारी है। यह मीटिंग चीन की ओर मोल्डो में हो रही है।

इस बैठक में 14 कोर के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन शामिल हुए हैं। इसके अलावा भारतीय विदेश मंत्रालय के एक जॉइंट सेक्रेटरी भी इस बैठक का हिस्सा हैं। चीन की ओर से मेजर जनरल लिन लिउ (PLA) मौजूद हैं। इस बैठक में विवाद को सुलझाने, सैनिकों की संख्या कम करने पर ज़ोर रहेगा। भारत की ओर से स्थिति साफ कर दी गई है कि वो एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे और अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे। 

बातचीत में उठ सकता है देपसांग का मसला 
कोर कमांडर्स ले बीच चल रही बैठक में देपसांग का मसला भी उठ सकता है, क्योंकि चीन की ओर से बड़े स्तर पर यहां अपनी मौजूदगी दर्ज कराई गई है। साथ ही मुख्य फोकस पैंगोंग के नॉर्थ और साउथ बैंक पर जारी हलचल को लेकर होगा। भारत की ओर से गलवान की तरह ही इन इलाकों में सैनिकों को हटाने की मांग की जाएगी। विदेश मंत्री और रक्षा मंत्रियों के बीच जो बैठक हुई थी और उसमें जो तय हुआ था, भारत की ओर से उन्हीं बातों का पालन करने की मांग की जाएगी।