सार

भारत-चीन की हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद भारत ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी है। ऐसे में लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर हैलिकॉप्टर द्वारा नजर रखी जा रही है।

नई दिल्ली. भारत-चीन की हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद भारत ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी है। ऐसे में लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर हैलिकॉप्टर द्वारा नजर रखी जा रही है। एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया बीते बुधवार को लेह पहुंचे थे। उनका यह दौरा अचानक तय हुआ था। इसके बाद वो श्रीनगर एयरबेस भी गए थे। शुक्रवार को यह जानकारी सामने आई। इस बीच, एयरफोर्स ने अपने फाइटर प्लेन फॉरवर्ड बेस और एयरफील्ड की तरफ भेज दिए हैं।

एक मीडिया एजेंसी द्वारा सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि एयरफोर्स चीफ दो दिन के दौरे पर आए थे। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीन ने 10 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। ऐसे में एयरफोर्स चीफ ने किसी भी हालात से निपटने की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। 

लेह और श्रीनगर एयरबेस पूर्वी लद्दाख गए थे

एयरफोर्स चीफ 17 जून को लेह और 18 जून को श्रीनगर एयरबेस गए थे। ये दोनों ही एयरबेस पूर्वी लद्दाख इलाके के पास हैं। अगर ऊंचे इलाकों में किसी भी तरह के फाइटर एयरक्राफ्ट ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है तो लेह और श्रीनगर एयरबेस का इस्तेमाल किया जाएगा। इन एयरबेस के जरिए चीन की हकरतों पर भारत साफ नजर रख पाएगा। जब एयरफोर्स के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी से एयरफोर्स चीफ के दौरे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा-नो कमेंट्स।

भारत ने सुखोई-30, मिराज 2000 तैनात किए

1. एयरफोर्स ने सुखोई-30 एमकेआई, मिराज 2000 और जगुआर फाइटर एयरक्राफ्ट को फॉरवर्ड बेस पर भेजा है ताकि वो शॉर्ट नोटिस पर भी उड़ान भर सकें। 
2. आर्मी की मदद के लिए अमेरिकन अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर भी उन इलाकों में तैनात किए गए हैं, जहां अभी भारतीय सेना के जवान मौजूद हैं। 
3. चिनूक हेलिकॉप्टरों की तैनाती लेह एयरबेस के आसपास की गई है ताकि जरूरत पड़ने पर सैनिकों की तुरंत आवाजाही हो सके। 
Mi-17V5 मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर भी वहां जरूरी सामान पहुंचाने के लिए मौजूद हैं। 

चीन ने लगातार चौथे दिन भारत पर फोड़ा ठिकरा 

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाऊ लिजियन ने शुक्रवार को लगातार चौथे दिन एक जैसा बयान दिया। उन्होंने कहा- सही क्या है और गलत क्या है, यह एकदम साफ है। जो कुछ हुआ, उसकी पूरी जिम्मेदारी भारत की है। भारत-चीन बातचीत कर रहे हैं।