सार

कोरोना से जंग में भारत दुनिया के तमाम देशों को वैक्सीन देकर अहम भूमिका निभा रहा है। भारत ने अब तक 69 देशों को 583 लाख डोज दी हैं। भारत ने जिन देशों में वैक्सीन पहुंचाई है, उनमें बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान, मालदीव, श्रीलंका, म्यांमार, बहरीन, साउथ अफ्रीका, ओमान, इजिप्ट, कुवैत, अफगानिस्तान जैसे देश भी शामिल हैं।

नई दिल्ली. कोरोना से जंग में भारत दुनिया के तमाम देशों को वैक्सीन देकर अहम भूमिका निभा रहा है। भारत ने अब तक 69 देशों को 583 लाख डोज दी हैं। भारत ने जिन देशों में वैक्सीन पहुंचाई है, उनमें बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान, मालदीव, श्रीलंका, म्यांमार, बहरीन, साउथ अफ्रीका, ओमान, इजिप्ट, कुवैत, अफगानिस्तान जैसे देश भी शामिल हैं। खास बात ये है कि 583 लाख वैक्सीन की डोज में से कुछ वैक्सीन मैत्री के तहत फ्री में भी उपलब्ध कराई है। 

भारत ने वैक्सीन मैत्री के तौर पर 79.75 लाख वैक्सीन डोज देशों में फ्री में पहुंचाई है। वहीं, 338.4 लाख डोज कर्मिशियल तौर पर दी गई है। यानी बेची गई है। जबकि Covax के तहत 164.88 लाख डोज भेजी गई हैं। 

किन देशों में भेजी गईं कोरोना वैक्सीन
भारत ने बांग्लादेश (90 लाख डोज), म्यांमार (37 लाख डोज), नेपाल (23.48 लाख डोज), भूटान (1.5 लाख डोज), मालदीव (2.12 लाख डोज), मॉरिशस (2 लाख डोज), सेशल्स (0.5 लाख डोज), श्रीलंका (12.64 लाख डोज), बहरीन (1 लाख), ब्राजील (40 लाख), मोरेक्को (70 लाख), ओमान (1 लाख), इजिप्ट (0.5 लाख डोज), एल्जीरिया (0.5 लाख डोज), साउथ कोरिया (10 लाख डोज), कुबैत (2 लाख डोज), यूएई (2 लाख डोज), अफगानिस्तान (9.68 लाख डोज), बारबाडोस (1 लाख डोज), डोमिनिका (0.7 लाख डोज), मैक्सिको (8.7 लाख डोज), डोमिनिकन रिपब्लिक (0.5 लाख डोज), सऊदी अरब (30 लाख डोज ), यूक्रेन (5 लाख डोज), कनाडा (5 लाख डोज), माली (3.96 लाख डोज), सूडान (8.28 लाख डोज), यूके (50 लाख डोज), बहामास (0.20 लाख डोज) समेत 69 देशों में 11 मार्च तक 583 लाख वैक्सीन की डोज भेजी जा चुकी हैं।

दुनिया में 12 वैक्सीन को मिली मंजूरी
दुनिया में अभी तक 181 वैक्सीन प्रीक्लिनिकल स्टेज पर हैं। वहीं, 28 वैक्सीन पहले चरण में है। जबकि 28 वैक्सीन दूसरे चरण में हैं। 21 वैक्सीन तीसरे चरण में हैं। जबकि 12 वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। वहीं चार वैक्सीन चौथे चरण का भी ट्रायल कर रही हैं।




सबसे ज्यादा चीन की 4 वैक्सीन को मिली अनुमति
पूरी दुनिया में अभी तक 12 वैक्सीन को अनुमति मिल चुकी है। जिन वैक्सीन को मंजूरी मिली है, उनमें 4 चीन की, 2 रूस कीं, 3 अमेरिका की, 1 भारत की और 2 यूके की हैं। यूके की ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को भारत का सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है। 

किस वैक्सीन को कितने देशों ने मंजूरी दी?

वैक्सीन किस देश ने बनाई वैक्सीनकितने देशों ने दी मंजूरी  
CanSinoचीन 3 देश, 6 देशों में ट्रायल
Sinopharm (बीजिंग)चीन    20 देश, 7 में ट्रायल
Sinopharm (वुहान)चीन    2 देश  , 7 में ट्रायल
Sinovac  चीन 16 देश , 6 में ट्रायल
Bharat भारत3 देश, 1 में ट्रायल
Gamaleyaरूस45 देश, 6 में ट्रायल 
Vectorरूस  1 देश, 3 ट्रायल 
Oxford  यूके  74 देश, 13 में ट्रायल
Pfizerयूके-जर्मनी  68 देश, 9 में ट्रायल
Johnson & Johnsonअमेरिका4 दश, 17 में ट्रायल
Moderna अमेरिका40 देश , 1 में ट्रायल


चीन 25 देशों में भेज रहा वैक्सीन
चीन की वैक्सीन का अभी 25 देशों में इस्तेमाल हो रहा है। हालांकि, चीन की वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में डर कम नहीं हो रहा। चीन ने इन 25 देशों के अलावा 11 और देशों में वैक्सीन पहुंचाई। वहीं, ब्रिटेन की वैक्सीन ऑक्सफोर्ड को 74 देशों में मंजूरी मिल चुकी है। जबकि फाइजर को भी 68 देशों में मंजूरी मिल चुकी है। जबकि अमेरिका की मॉर्डना को 40 देशों ने मंजूरी दी है। यानी इन देशों में इन वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। 

'मेड इन इंडिया' वैक्सीन पर देश क्यों जता रहे भरोसा
दुनिया में सबसे ज्यादा देशों ने ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को मंजूरी दी है। इसी वैक्सीन को भारत की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है। यह वैक्सीन अन्य वैक्सीन की तुलना में कई गुना सस्ती है। इतना ही नहीं यह वैक्सीन 2-8 डिग्री तापमान में स्टोर की जा सकती है। ऐसे में इस वैक्सीन को स्टोर करना देशों के लिए कोई चुनौती नहीं है। इसी वजह से ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को ज्यादा देश पसंद कर रहे हैं। 

दुनियाभर में बज रहा भारत का डंका
भारत द्वारा वैक्सीन भेजे जाने पर कनाडा से लेकर बांग्लादेश, भूटान तक भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ हो रही है। यहां तक की कनाडा में पीएम मोदी के बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए हैं, इनमें पीएम मोदी को धन्यवाद किया गया। इतना ही नहीं WHO भी कई बार पीएम मोदी और भारत की तारीफ कर चुका है। यहां तक की ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने धन्यवाद कहने के लिए हनुमान की तस्वीर शेयर की थी।