सार

कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश को तीन हिस्सों में बांट दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, देश के जिलों को हॉटस्पॉट ​जिले, नॉन-हॉटस्पॉट जिले और ग्रीन जोन जिलों में बांटा गया है। 
नई दिल्ली. कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश को तीन हिस्सों में बांट दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, देश के जिलों को हॉटस्पॉट ​जिले, नॉन-हॉटस्पॉट जिले और ग्रीन जोन जिलों में बांटा गया है। हॉटस्पॉट जिले वो हैं जहां ज्यादा मामले आ रहे हैं या मामलों की बढ़ने की गति तेज है। नॉन हॉटस्पॉट वह जिले हैं जहां कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। ग्रीन जोन जिले वह हैं, जहां कोई मामला सामने नहीं आया है। भारत में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 11,933 हो गई है। इसमें 10,197 एक्टिव मामले, 1,344 ठीक और 392 मौतें शामिल हैं। 

170 जिले हॉटस्पॉट, 207 जिले नॉन-हॉटस्पॉट
कैबिनेट सेक्रेटरी ने आज सभी मुख्य सचिवों, डीजीपी, स्वास्थ्य सचिवों, कलेक्टरों, एसपी, नगर आयुक्तों और सीएमओ के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की, जिसमें हॉटस्पॉट्स पर चर्चा की गई। लव अग्रवाल ने बताया, वीडियो कॉन्फ्रेंस में जमीनी स्तर पर कंटेनमेंट की रणनीति को लेकर चर्चा हुई। देश में 170 जिले हॉटस्पॉट घोषित किए जाएंगे वहीं 207 जिलों को नॉन-हॉटस्पॉट घोषित किया जाएगा।

कोरोना प्रभावित जिलों को भी दो हिस्सों में बांटा जाएगा
लव अग्रवाल ने बताया, कोरोना को रोकने के लिए वायरस प्रभावित क्षेत्रों को दो भागों में बांटा जाएगा। कंटेनमेंट जोन और बफर जोन। कंटेनमेंट जोन को भी सेक्टर में बांटा जाएगा, जिसमें एक सेक्टर में 50 घर होंगे। लोकल ट्रांसमिशन पर निगरानी और कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। आरआटी (रैपिड रिस्पॉन्स टीम) कंटेनमेंट जोन की पहचान कोरोना के केस, उनके संपर्क के आधार पर करेगी। 

- लव अग्रवाल ने बताया, जिलों को बताया गया है कि वो कोविड डेडिकेटिड अस्पताल, माइल्ड केस के लिए कोविड केयर सेंटर और गंभीर मामलों के लिए कोविड हेल्थ सेंटर, नाजुक मामलों के लिए कोविड अस्पताल बनाएं, जहां वेंटिलेटर भी मौजूद हो।

- लव अग्रवाल ने बताया, सभी जिलों को कहा है कि वो जिला स्तर पर कोरोना के लिए एक संकट प्रबंधन प्लान बनाएं। जिलों को कहा है कि एक की असफलता पूरे देश की असफलता का कारण हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि ​कंटेनमेंट प्लान पूरे देश में हर जिले में समान रूप से लागू हो।

जानिए, क्या चमगादड़ों से कोरोना फैल सकता है?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईसीएमआर के प्रवक्ता ने बताया, चीन में हुए शोध के अनुसार यह पाया गया कि चमगादड़ों में कोरोनो वायरस हो सकता है। लेकिन वह चमगादड़ का ही वायरस है। वह इंसान में नहीं आ सकता है। हालांकि चमगादड़ से इंसान में वायरस आना असंभव नहीं है। लेकिन ऐसा हजार साल में एकाध बार होता होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस चमागदड़ों में भी पाए जाते हैं, लेकिन वो अलग होते हैं।