सार

चीन को भारत पर हमला करना महंगा पड़ता दिखाई दे रहा है। भारत पर हमला करके वो सैन्य के साथ-साथ आर्थिक मुसीबत भी मोल ले रहा है। भारत के साथ चीन का व्यापार करना बेहद जरूरी है और भारत वहीं पर चीन को चोट पहुंचाने की तैयारी कर रहा है।

नई दिल्‍ली. चीन को भारत पर हमला करना महंगा पड़ता दिखाई दे रहा है। भारत पर हमला करके वो सैन्य के साथ-साथ आर्थिक मुसीबत भी मोल ले रहा है। भारत के साथ चीन का व्यापार करना बेहद जरूरी है और भारत वहीं पर चीन को चोट पहुंचाने की तैयारी कर रहा है। LAC पर हिंसक झड़प के बाद लोगों ने चीनी प्रोडक्ट्स के बहिष्कार का मन बना लिया है। वहीं, दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि भारत में चीन के कौन-कौन से प्रोडक्ट्स मिलते हैं, इसकी जानकारी गूगल की मदद से ली जा रही है। 

पिछले 48 घंटों में गूगल पर 'List of chinese products in India', 'ban chinese products' और 'boycott chinese products' जैसे सर्च बढ़े हैं।

चीनी ऐप्‍स का भी शुरू हुआ बहिष्कार 

भारत में TikTok, UC Browser, Bigo Live, Shareit जैसी ऐप्‍स के करोड़ों यूजर्स हैं। लद्दाख में 20 जवानों के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद इन ऐप्‍स से भारतीयों का मोहभंग होना शुरू हो गया है। लोग किसी भी तरह चीन को चोट पहुंचाना चाहते हैं। कई यूजर्स ने चीनी ऐप्‍स अनइंस्‍टॉल करने की जानकारी सोशल मीडिया पर दी। कुछ ने कहा कि भारत सरकार ही चीनी ऐप्‍स पर पाबंदी लगाए।

CAIT ने जारी की 'मेड इन चाइना' प्राडॅक्‍ट्स की लिस्‍ट

कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने 500 से भी ज्‍यादा 'मेड इन चाइना' प्रॉडक्‍ट्स की लिस्‍ट जारी की है। CAIT की अपील है कि इन उत्‍पादों का हालिया तनाव के बाद बहिष्‍कार किया जाए। इस लिस्‍ट में किचन आइटम्‍स, फैब्रिक, टेक्‍सटाइल्‍स, कपड़ों से लेकर जूलरी, फुटवियर, हैंडबैग्‍स, कॉस्मेटिक्‍स और इलेक्‍ट्रॉनिक प्रॉडक्‍ट्स शामिल हैं। बहुत सारे लोग यह भी कह रहे कि चीन का ब्वॉयकॉट करने से ही काम नहीं चलेगा, भारतीय उत्‍पादों को भी सपोर्ट करना होगा ताकि भारत की अर्थव्‍यवस्‍था फले-फूले।

लद्दाख में चीन ने पार की सारी हदें 

पूर्वी लद्दाख की गलवान  घाटी में चीनी सेना ने युद्ध और शांतिकाल के नियमों को ताक पर रख दिया है। दोनों देशों के बीच, जो समझौते हुए थे, चीन उससे पूरी तरह से अलग चला गया। निहत्थे भारतीय जवानों पर चीन सैनिकों ने लाठी डंडे और पत्थरों से हमले किए। इस हिंसक झड़प के बीच गलवान घाटी की पहाड़‍ियों से गिरकर कई सैनिक शहीद हो गए। भारतीय सेना ने 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर समेत 20 जवानों के मारे जाने की पुष्टि की है। चीन की यह हरकत भारतीयों को बिल्कुल नागवार गुजरी है। ड्रैगन से बदला लेने का सेंटिमेंट जोर पकड़ रहा है। 

FICCI के मुताबित, चीन ने भारत में किया इतना निवेश

मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो FICCI के हवाले से बताया जा रहा है कि चीन ने किस सेक्टर में भारत में कितना निवेश किया है:-

1. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री (40%)
2. मेटालर्जिकल इंडस्ट्री (17%)
3. पावर (7%)
4. कंस्ट्रक्शन (5%) 
5. सर्विसेज (4%)

ये है भारत में चीन की टॉप कंपनियां

भारत में चाइनीज मोबाइल कंपनियां भारत में चाइनीज सॉफ्टवेयर कंपनियां  अन्य सेक्टर में चाइनीज कंपनियां 
जियोमी (एमआई)    

अलीबाबा ग्रुप  

1. यूसी ब्राउजर

haier
ओपो 

 बाइटडांस

1.टिकटॉक

2.विगो वीडियो

3.न्यूज रिपब्लिक

वोल्वो
वीवो  

टेनसेंट होल्डिंग

1. पब्जी

2. वीचैट

एमजी (own by Saic motors)
वन प्लस 

चीता मोबाइल

1. व्हॉटसअप कॉल
                                                               2. चीताह कीबोर्ड 
                                                              3. सीएम ब्राउजर
                                                              4. टैप टैप डैश
                                                              5. बैटरी डॉक्टर 
                                                              6. क्लीन मास्टर
                                                              7. सीएम बैकअप

 निप्पो पेंट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड
हुवाई (Huawei)हुवाईशंघाई इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
कूलपैड   ZTEबीजिंग ऑटोमोटिव
मोटोरोला ...विस्को इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
LeEco  ZTE KangunTelecon Company (I) P. Ltd
Lenovo    China Dongfang International
Meizu  Baoshan Iron & Steel Ltd.
Tecno Shougang International
Meizu Chongqing Lifan Industry Ltd
Honor China Dongfang International
Gionee     Sany Heavy Industry Ltd
Gfive Cheetah Multitrade P. Ltd."
Hair "YAPP India Automotives Systems Pvt. Ltd."
TCL  Dongfang Electric"