सार
रविवार को यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में 67 लोगों की मौत की खबर है। इस बीच मानसून एक बार फिर सक्रिय हो उठा है। मौसम विभाग ने दिल्ली सहित उत्तर भारत में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। कई राज्यों में बिजली गिरने की आशंका भी जताई है।
नई दिल्ली. रविवार को यूपी, राजस्थान और मप्र में कुदरत का कहर टूट पड़ा। यहां बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में 67 लोगो की मौत की खबर है। इन घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के अलावा राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शोक जताया है। उत्तर प्रदेश में रविवार का अलग-अलग घटनाओं में 40 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा पर शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए सहायता राशि की घोषणा की है। राजस्थान में 20 लोगों की मौत की खबर है। मध्य प्रदेश में भी 7 लोगों की जान चली गई।
इस बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून के एक बार फिर 'पटरी' पर लौटने से कई राज्यों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली सहित उत्तर भारत के राज्यों में आजकल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़वालों को सावधानी बरतनी होगी। इसके अलावा केरल कोंकण क्षेत्र, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तटीय व दक्षिणी कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी भारी बारिश का अलर्ट है। बता दें कि रविवार को राजस्थान में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में 16 लोगों की मौत हो गई। IMD ने फिर ऐसी चेतावनी जारी की है।
मोदी ने जताया शोक
राजस्थान में बिजली गिरने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दु:ख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। मोदी ने इस संबंध में एक ट्वीट किया है। बता दें कि राजस्थान के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
तूफान और बिजली गिरने की आशंका
पहले बता दें रविवार को जयपुर में बारिश के बीच आमेर महल में बने वॉच टॉवर पर बिजली गिरने से 35 से अधिक टूरिस्ट चपेट में आ गए थे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश के मुताबिक, सोमवार सुबह इस हादसे में 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई। हालांकि पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने न्यूज एजेंसी ANI को आमेर किले और समीपवर्ती इलाकों में बिजली गिरने की घटना में 16 लोगों की मौत की पुष्टि की है। हादसे में मरने वालों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
इधर, मौसम विभाग ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वालीं तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई है।
भारतीय मौसम विभाग की भविष्यवाणी(आजकल में)
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मौसम पूर्वानुमान बुलेटिन के अनुसार कोंकण गोवा में भारी से अति भारी बारिश के बीच एक-दो स्थानों पर अति भीषण बारिश देखने को मिल सकती है।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, गुजरात के पूर्वी भागों, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम पूर्वानुमान बुलेटिन में यह भी बताया गया है कि एक-दो स्थानों पर भारी मानसून वर्षा निम्नलिखित राज्यों में भी देखने को मिल सकती है: जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह सौराष्ट्र और कच्छ, मराठवाड़ा, रायलसीमा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप।
बारिश के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में तेज़ हवाएं चलने, बादलों की गर्जना होने और बिजली कड़कने की भी आशंका है। अनुमान है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और तेलंगाना में एक-दो स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की हावाओं के साथ बादलों की गर्जना होने,आंधी चलने और बिजली गिरने की आशंका है। जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, विदर्भ, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी एक-दो स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है।
बुलेटिन में यह भी बताया गया है कि पश्चिमी राजस्थान में एक-दो स्थानों पर लू का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। पश्चिमी-मध्य और दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर में 45-55 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलेंगी। हवाओं की रफ्तार कुछ समय के लिए 65 किमी प्रति घंटे तक जाने की संभावना है।दक्षिण-पूर्व, मध्य-पूर्व और उत्तरी-पूर्वी अरब सागर में गुजरात-महाराष्ट्र-गोवा-कर्नाटक-केरल के तटीय तटों के पास; लक्षद्वीप क्षेत्र, तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों से सटे पश्चिम-मध्य और दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के साथ-साथमन्नार की खाड़ी और अंडमान सागर से मछुआरों को इन दूर रहने की सलाह दी जाती है।
हिमाचल प्रदेश में गाड़ियां बह गईं
हिमाच प्रदेश के धर्मशाला में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। यहां बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ। कई गाड़ियां पानी में बह गईं।