सार
लाइन ऑफ एक्चु्अल कंट्रोल यानी एलएसी से चीन पीछे हट गया है लेकिन भारत लगातार चीनी सैनिकों पर नजर बनाए हुए है। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान रात में भी आसमानी सरहद पर गश्त लगा रहे हैं। निगरानी के लिए सुखोई, मिग जैसे विमान लगाए गए हैं।
नई दिल्ली. लाइन ऑफ एक्चु्अल कंट्रोल यानी एलएसी से चीन पीछे हट गया है लेकिन भारत लगातार चीनी सैनिकों पर नजर बनाए हुए है। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान रात में भी आसमानी सरहद पर गश्त लगा रहे हैं। निगरानी के लिए सुखोई, मिग जैसे विमान लगाए गए हैं।
पूरी रात चिनूक हेलिकॉप्टर मंडराता रहा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एलएसी पर पूरी रात सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर लेह के आसमान में मंडराते रहे। फॉरवर्ड एयरबेस से ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर रात भर सीमा पर तैनात जवानों तक राशन और हथियार पहुंचा रहे हैं।
पहाड़ी इलाकों के लिए सबसे अच्छा हेलिकॉप्टर चिनूक
नाईट ऑपरेशन काफी जोखिम भरा होता है। अपाचे हेलिकॉप्टर को पहाड़ी इलाकों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसके अलावा चिनूक और कई लड़ाकू विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं।
- भारत-चीन सीमा के पास एक फॉरवर्ड एयर बेस में वरिष्ठ लड़ाकू पायलट ग्रुप कैप्टन ए राठी ने कहा, रात के ऑपरेशन करना ज्यादा कठिन होता है। भारतीय वायुसेना आधुनिक प्लेटफार्मों की मदद से किसी भी कंडीशन में संचालन के लिए तैयार हैं।