सार

शिव सेना ने सामना के जरिए मोदी सरकार पर हमला किया है। सामना के संपादकीय में लिखा गया, महाभारत का युद्ध अठारह दिनों तक चला। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा आत्मविश्वास व्यक्त किया था कि हम 21 दिनों में कोरोना युद्ध जीत कर ही रहेंगे, लेकिन 100 दिनों के बाद भी कोरोना मैदान में डटा हुआ है और लड़ने वाले थक चुके हैं।

नई दिल्ली. शिव सेना ने सामना के जरिए मोदी सरकार पर हमला किया है। सामना के संपादकीय में लिखा गया, महाभारत का युद्ध अठारह दिनों तक चला। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा आत्मविश्वास व्यक्त किया था कि हम 21 दिनों में कोरोना युद्ध जीत कर ही रहेंगे, लेकिन 100 दिनों के बाद भी कोरोना मैदान में डटा हुआ है और लड़ने वाले थक चुके हैं।

"2021 तक रहेगा कोरोना"
"कोरोना के खिलाफ आधुनिक भारत का युद्ध महाभारत से अधिक कठिन है। 18 दिनों में महाभारत का युद्ध समाप्त हो गया था। उस युद्ध में भीष्म पितामह सहित कई योद्धा थे। कोरोना का युद्ध 21 दिनों में समाप्त नहीं हुआ। यह 2021 तक चलेगा। दुनियाभर में कोरोना मामले में हिंदुस्तान के उच्चांक की ये शुरुआत है। बाकी उद्योग, अर्थव्यवस्था, जीवन स्तर, रोजगार सभी ध्वस्त हो गए हैं। फिर भी लड़ना ही है!"

"तीसरे नंबर पर भारत"
"कोरोना पीड़ितों की सूची में हिंदुस्तान तीसरे स्थान पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 25 हजार हो गई है। यह भयानक तो है ही, लेकिन यह उस देश के लिए भी दुर्भाग्यपूर्ण है, जो आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। 

"हम दुनिया में नंबर एक पर पहुंच जाएंगे"
देश में महाराष्ट्र कोरोना पीड़ितों की सूची में पहले स्थान पर पहुंच गया। इसके बाद तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात और उत्तर प्रदेश का नंबर आता है। महाराष्ट्र ने दो लाख का, तमिलनाडु और दिल्ली ने एक लाख का आंकड़ा पार किया। रविवार को देश में कोरोना पीड़ितों की कुल संख्या 6 लाख से ऊपर हो गई, यानी लगभग 7 लाख हो गई। यह सबसे अधिक साबित हुआ। इसलिए हमने रूस को इस आंकड़े में हरा दिया। यदि यह इसी तरह जारी रहा, तो हम इस दुर्भाग्यपूर्ण मामले में दुनिया में नंबर एक पर पहुंच जाएंगे। 

"जो हो रहा है वह देश और राज्य के लिए अच्छा नहीं"
"पुणे के महापौर श्री मोहोल व उनका परिवार कोरोनाग्रस्त हो गए हैं। कोरोना ने पिंपरी-चिंचवड के वरिष्ठ नगरसेवक दत्ता साने की बलि ले ली। राजनेता, जनप्रतिनिधि, पुलिस, स्वास्थ्यकर्मी और प्रशासन के प्रमुख लोग कोरोना युद्ध में धराशायी हो रहे हैं। यह सबकुछ जो हो रहा है, ये देश और राज्य के लिए अच्छा नहीं है।" 

"कोरोना के साथ ही जीना होगा"
"कोरोना रहनेवाला है और हमें कोरोना के साथ जीने के लिए तैयार रहना चाहिए। इस यात्रा में खतरा है, लेकिन हर किसी को खुद को सुरक्षित रखकर यह खतरनाक यात्रा करनी है। कोरोना का कोई तात्कालिक समाधान नहीं है। कोई भी ये दावा नहीं कर सकता है कि कुछ दवाएं लेने से कोरोना छू-मंतर हो जाएगा। फिलहाल अपना खयाल रखना और कोरोना से लड़ने के लिए शरीर तथा दिमाग को तैयार रखना जरूरी है।"

"2021 से पहले नहीं मिलेगा टीका"
"2021 से पहले कोरोना का टीका मिलना संभव नहीं है। दुनियाभर में टेस्ट चल रहे हैं। लेकिन वे सिर्फ प्रयोग हैं। इसका मतलब है कि कोरोना को 2021 तक सिरहाने रखकर ही सोना होगा। हमें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि सीमा पर चीन का और देश में चीनी वायरस का संकट जारी रहेगा। अब तक चीनी घुसपैठ और उसके विस्तारवाद को रोकने के लिए कई प्रयोग और परीक्षण किए गए।" 

"चीन के साथ पड़ोसी व्यवहार निभाना होगा"
"कोरोना के साथ जियो ऐसा मंत्र जो कहा जा रहा है, उसी प्रकार हिंदी चीनी भाई भाई कहते हुए चीन के साथ जीने की भी तैयारी की गई। फिर भी चीन ने आक्रमण करना नहीं छोड़ा। चीन के साथ जीना संभव नहीं, फिर भी हमें चीन के साथ पड़ोसी व्यवहार निभाना होगा। यही स्थिति चीनी वायरस यानी कोरोना संक्रमण की भी है। कोई कितना भी कहे, लेकिन कोरोना तुरंत हटने वाला नहीं है।"