सार
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) ने भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के लिए 10 हजार करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया है। इससे एयर फोर्स 12 Su-30MKI फाइटर जेट्स का अधिग्रहण करेगा।
Air Force Fighter Jets. भारतीय वायुसेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इंडियन एयर फोर्स को 12 Su-30MKI फाइटर जेट्स के अधिग्रहण की मंजूरी दे दी है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 10,000 करोड़ रुपए का टेंडर भी जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि दिसंबर के अंत तक एचएएल इसके लिए रिस्पांड करेगा। भारत सरकार का यह कदम वायुसेना की ताकत बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड करेगा तैयार
केंद्र सरकार ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में अलग-अलग दुर्घटनाओं में वायु सेना ने 12 सुखोई फाइटर जेट्स खो दिए हैं। अब केंद्र सरकार की पहल से सभी 12 फाइटर जेट्स की भरपाई की जाएगी। केंद्र सरकार की मानें तो हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ही इसका निर्माण करेगा। इसमें भारत से ही 60 प्रतिशत कल पुर्जे इस्तेमाल किए जाएंगे। इन 12 फाइटर जेट्स के आने से भारतीय वायु सेना के फ्लीट में 260 सुखोई फाइटर जेट्स हो जाएंगे। यह इंडियन एयर फोर्स की ताकत बनने के साथ ही दुश्मन देशों के लिए भी खतरे की घंटी होगा। केंद्र सरकार लगातार भारतीय सेना, एयरफोर्स और नेवी को मजबूत कर रहा है। इसी कड़ी में यह टेंडर जारी किया गया है।
क्या है SU-30MKI की ताकत
इंडियन एयरफोर्स में शामिल होने वाले SU-30MKI एक तरह का मल्टी रोल डोमिनेंस फाइटर जेट है। यह कई तरीके काम कर सकता है। इस फाइटर जेट से एक्स्ट्रा एमके लांग रेंज, एयर टू एयर मिसाइल, ब्रह्मोस एयर लांच मिसाइल को कैरी कर सकता है। इसके अलावा यह कई तरह के बम को भी कैरी कर सकता है। यह 4.5 जेनरेशन का एयरक्राफ्ट है। रिपोर्ट्स की मानें तो इंडियन एयर फोर्स सुखोई विमानों की ताकत को अपग्रेड करने के लिए 30,000 करोड़ का कार्यक्रम चला रहा है।
यह भी पढ़ें
G20 Leaders Virtual Summit: पीएम मोदी की अध्यक्षता में मीटिंग, रूसी राष्ट्रपति होंगे शामिल