सार
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच पिछले दिनों झड़प की अफवाहें सामने आई थीं। सेना ने इसे बेबुनियाद बताया है। यह रिपोर्ट छापने पर सेना ने बिजनेस स्टैंडर्ड को नोटिस भेजा था। इसके बाद इस मीडिया हाउस ने भी इस खबर का खंडन किया है।
नई दिल्ली. सेना ने पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सेना के बीच झड़प को बेबुनियाद बताया है। इस संबंध में बिजनेस स्टैंडर्ड ने खबर प्रकाशित की थी। सेना ने मीडिया हाउस को नोटिस भेजकर देश की सुरक्षा का हवाला देकर ऐसी भ्रामक और बेबुनियाद खबरों से बचने को कहा था। इसके बाद बिजनेस स्टैंडर्ड ने खबर का खंडन कर दिया है।
बिजनेस स्टैंडर्ड ने 14 जुलाई को रक्षा विश्लेषक अजय शुक्ला के हवाले से कहा था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने पैंगोंग के दक्षिणी किनारे पर स्थित कई जगहों पर फिर से कब्जा जमा लिया है। साथ ही पूर्वी गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प हुई है। साथ ही यह भी दावा किया गया था कि चीन ने नियंत्रण रेखा(LAC) से पीछे हटने से भी मना कर दिया है।
सेना ने खबर को बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण बताया था
इस खबर के बाद सेना ने बिजनेस स्टैंडर्ड को नोटिस भेजकर खबर का खंडन प्रकाशित करने को कहा था। खबर में रक्षा विशेषज्ञ अजय शुक्ला के हवाले से लिखा गया था कि भारत-चीन के सैनिकों के बीच यह झड़प गलवान नदी के पास हुई। इसके पास ही पिछले जून में दोनों देशों की सेनाओं के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें भारतीय सेना के 20 जवानों की शहादत हुई थी।