सार

दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क होने के नाते, भारतीय रेलवे प्रतिदिन 23 मिलियन यात्रियों को उनके स्थान तक पहुंचाता है।

संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद, भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क समेटे हुए है। यह 7,335 स्टेशनों का विशाल नेटवर्क है, जो कुल 126,366 किलोमीटर ट्रैक लंबाई और 67,000 किलोमीटर से अधिक विद्युतीकृत मार्गों का दावा करता है।

प्रतिदिन औसत यात्रा:
भारतीय रेलवे प्रतिदिन 23 मिलियन यात्रियों को परिवहन करता है, जो ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के बराबर है।

रेलवे रोजगार
1.3 मिलियन से अधिक कर्मचारियों के साथ, भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है।

भारत की पहली ट्रेन और सबसे लंबा रेल मार्ग
भारत में पहली यात्री ट्रेन 16 अप्रैल, 1853 को मुंबई से ठाणे तक 34 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए चली थी। विवेक एक्सप्रेस, जो असम के डिब्रूगढ़ से तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक चलती है, लगभग 4,273 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जो इसे भारत का सबसे लंबा रेल मार्ग बनाती है।

दुनिया का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म:
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर दुनिया का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म है, जिसकी लंबाई लगभग 1,366 मीटर है।

पर्वतीय रेलवे:
भारतीय रेलवे कई पहाड़ी क्षेत्रों में रेलवे सेवाएं संचालित करता है। प्रसिद्ध दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, नीलगिरि माउंटेन रेलवे और कालका-शिमला रेलवे सभी यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल हैं।

लग्जरियस रेलगाड़ियां:
भारत कुछ सबसे शानदार ट्रेनों का घर है, जैसे कि महाराजा एक्सप्रेस, पैलेस ऑन व्हील्स और गोल्डन चैरियट, जो भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए शानदार सेवाएं और पर्यटन प्रदान करती हैं।

भारतीय रेलवे ने 2023-24 तक अपने ब्रॉड-गेज नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। भारतीय रेलवे विद्युतीकरण में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है।

मालगाड़ी:
यात्री सेवाओं से परे, भारतीय रेलवे माल परिवहन क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कोयला, लौह अयस्क और खाद्यान्न जैसी वस्तुओं का परिवहन करता है, जो देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

व्यस्ततम स्टेशन:
कोलकाता का हावड़ा जंक्शन भारत के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है, जहाँ से प्रतिदिन दस लाख से अधिक यात्री गुजरते हैं।

पहली हाई-स्पीड ट्रेन:
1969 में शुरू की गई, राजधानी एक्सप्रेस भारत की पहली हाई-स्पीड ट्रेन सेवा थी, जो विभिन्न राज्य की राजधानियों को नई दिल्ली से जोड़ती है।

सुरक्षा और प्रौद्योगिकी: बेहतर यात्री अनुभव के लिए, भारतीय रेलवे जीपीएस ट्रैकिंग, बायो-टॉयलेट और स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन जैसी आधुनिक तकनीकों और सुरक्षा उपायों को अपना रहा है।

सुपर-फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों से लेकर लोकल पैसेंजर ट्रेनों और मालगाड़ियों तक, भारतीय रेलवे विभिन्न प्रकार की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विविध प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है।