सार
टिकटॉक की भारतीय प्रतिद्वंद्वी चिंगारी एप पर सॉफ्ट पोर्न बेचने का आरोप लगा है। कंपनी ने इस प्रतिक्रिया जारी करते हुए कहा कि नए फीचर के तहत पोर्न सामग्री बेचने के आरोप गलत है।
Chingari App Controversy. टिकटॉक की भारतीय प्रदिद्वंदी चिंगारी एप पर नए फीचर के तहत सॉफ्ट पोर्न बेचने का आरोप लगा है। अब कंपनी ने इस अपनी तरफ से स्पष्टीकरण जारी किया है। चिंगारी एप ने 1ऑन 1 कॉल सर्विस का नया फीचर लांच किया है, जिस पर आरोप है कि इसी फीचर के तरत कंपनी सॉफ्ट पोर्न सामग्री सेल कर रही है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कंपनी इस फीचर के साथ 18 प्लस यूजर्स को टार्गेट किया है। विभिन्न सोशल मीडिया पर भी चिंगारी एप के एडवर्टाइज और वीडियो पर सवाल उठाए गए हैं। कहा जा रहा है कि चिंगारी एप पर विचारोत्तेजक सामग्री परोसी जा रही है।
चिंगारी एप कंपनी ने आरोपों पर क्या जवाब दिया
चिंगारी एप ने स्पष्ट किया कि उनकी निजी कॉल सुविधा यूजर्स को वीडियो मोड का उपयोग करके एक-दूसरे के साथ बातचीत करने की फैसिलिटी देती है। यह फीचर यूजर्स को अपने कंटेंट से कमाई का भी अवसर प्रदान करती है। हालांकि प्लेटफॉर्म ने इस दावे का दृढ़ता से खंडन किया कि चिंगारी ने भुगतान करने के लिए लाइव 1-ऑन-1 कॉल फैसिलिटी शुरू की है। कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्राइवेट कॉल सुविधा यूजर्स को वीडियो मोड का उपयोग करके एक-दूसरे के साथ बातचीत करने की अनुमति तो देती है। दर्शक लाइव स्ट्रीम के दौरान टिप्पणी करके, प्रश्न पूछकर और वर्चुअल गिफ्ट भेजकर शामिल हो सकते हैं। कंपनी ने इस पर कहा कि चिंगारी की पिवोट पेड लाइव 1-ऑन-1 कंटेंट क्रिएटर्स और यूजर्स के बीच कॉल का दावा निराधार है।
यूजर्स और कंटेंट क्रिएटर्स के बीच सीधी बातचीत
चिंगारी ने इस बात पर जोर दिया कि प्राइवेट कॉल सुविधा उनके ऐप का सिर्फ एक पहलू है। उन्होंने तर्क दिया कि यह सुविधा इसलिए पेश की गई क्योंकि कोई अन्य कोई प्लेटफॉर्म कंटेंट क्रिएटर्स और यूजर्स के बीच सीधी बातचीत की सुविधा नहीं देता है। इसके अलावा कंपनी ने यूजर्स को यह आश्वासन दिया कि वे किसी भी नॉट सेफ फॉर वर्क (एनएसएफडब्ल्यू) सामग्री की पहचान और निगरानी करने के लिए मजबूत आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित मॉडल और मॉडरेटर की टीम को नियुक्त करते हैं। कंपनी ने तर्क दिया कि चिंगारी प्राइवेट कॉल इस ऐप की विशेषताओं में से एक है। इसके अलावा यह सुविधा इसलिए पेश की गई क्योंकि कोई अन्य प्लेटफॉर्म्स पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
यह भी पढ़ें
Phonepe ने कांग्रेस द्वारा लोगो इस्तेमाल पर जताया विरोध, बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस ने बनाया था हथियार