सार
नई दिल्ली. भारतीय रेल दुनिया का सबसे बड़ा रेल संपर्क है. हर दिन 13,000 से ज्यादा ट्रेनें यात्रियों को लेकर सेवा देती हैं. सबसे कम कीमत पर यात्रियों को सेवा प्रदान करने वाली एक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के रूप में भारतीय रेल की पहचान है. लेकिन पिछले 75 सालों से भारत में एक ट्रेन यात्रियों को मुफ्त सेवा दे रही है. इस ट्रेन में सफर करने के लिए किसी को भी टिकट की जरूरत नहीं है. सभी यात्री इस ट्रेन में मुफ्त में सफर कर सकते हैं.
भारत में यात्रियों को मुफ्त सेवा देने वाली एकमात्र ट्रेन, भाखड़ा-नंगल ट्रेन है. जी हां, भाखड़ा-नंगल के बीच सेवा देने वाली यह ट्रेन सभी यात्रियों के लिए पूरी तरह से मुफ्त है. 1948 में भाखड़ा-नंगल रेल सेवा शुरू हुई थी. खास बात यह है कि इस भाखड़ा-नंगल रास्ते पर रेल सेवा शुरू हुई थी, डैम निर्माण के समय. लोकप्रिय भाखड़ा-नंगल डैम के निर्माण के समय बड़ी मशीनें, लोहा, पत्थर समेत सामान ढोने के लिए रेल ट्रैक का निर्माण किया गया था.
डैम निर्माण के समय काम में आसानी के लिए यह रेल लाइन बनाई गई थी. डैम निर्माण के बाद भी यहां के गांवों को जोड़ने के लिए यह रेल सेवा जारी रखी गई. खास बात यह है कि भाखड़ा नंगल डैम के निर्माण के समय यह ट्रेन मशीनों, सामान को मुफ्त में ढोती थी. बाद में यह वैसे ही यात्रियों को भी मुफ्त सेवा देने लगी.
शुरुआत में स्टीम इंजन से चलने वाली इस ट्रेन के लिए 1953 में अमेरिका से आधुनिक इंजन मंगवाया गया था. नंगल रेलवे स्टेशन और भाखड़ा रेलवे स्टेशन के बीच की दूरी 27.3 किलोमीटर है. सुबह 7.05 बजे नंगल रेलवे स्टेशन से रवाना होती है. सुबह 8.20 बजे भाखड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचती है. फिर इसी तरह भाखड़ा से वापस नंगल रेलवे स्टेशन पहुंचती है. दूसरी ट्रेन दोपहर 3.05 बजे रवाना होकर शाम 4.20 बजे भाखड़ा पहुंचती है.
यहां के ग्रामीण इस ट्रेन में सफर करते हैं. सिर्फ ग्रामीण ही नहीं. इस ट्रेन में कोई भी सफर करे तो मुफ्त में सफर कर सकता है. पिछले 75 सालों से यह ट्रेन मुफ्त सेवा दे रही है.